3 लाख से अधिक गाड़ियों की RC रद्द और 58 हजार लाइसेंस निलंबित, समय रहते भरें बकाया चालान वरना...

punjabkesari.in Wednesday, Jul 23, 2025 - 06:39 PM (IST)

नेशनल डेस्क : यूपी में ट्रैफिक नियम तोड़ने और 5000 करोड़ रुपये से अधिक के बकाया चालानों पर सख्त कार्रवाई शुरू हो गई है। राज्यभर में एक बड़ा अभियान चलाया जा रहा है, जिसके तहत 3 लाख से अधिक गाड़ियों के रजिस्ट्रेशन (RC) रद्द करने और 58,893 ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

लखनऊ जोन में सख्ती, हजारों लाइसेंस और गाड़ियों पर कार्रवाई

लखनऊ जोन में अब तक 4,351 गाड़ियों और 1,820 ड्राइविंग लाइसेंस धारकों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश की गई है। इनमें से 1,006 ड्राइविंग लाइसेंस निलंबित किए जा चुके हैं और 3,964 वाहन पंजीकरण रद्द किए जा चुके हैं।

बरेली जोन में सबसे ज्यादा उल्लंघन

सबसे ज्यादा ट्रैफिक नियम तोड़ने के मामले बरेली जोन में सामने आए। यहां 21,000 से ज्यादा उल्लंघन दर्ज हुए। इनमें 5,833 ड्राइविंग लाइसेंस निलंबन की सिफारिश की गई और 130 वाहन रजिस्ट्रेशन भी चिह्नित किए गए हैं।

मेरठ, आगरा और अन्य जिलों में भी अभियान

मेरठ, आगरा, लखनऊ जोन समेत कई जिलों में भी सख्त कार्रवाई जारी है।

  • 2021 में 67 लाख वाहनों के चालान हुए और ₹867 करोड़ का जुर्माना वसूला गया।
  • 2024 में चालान बढ़कर 1.36 करोड़ हो गए, लेकिन वसूली सिर्फ ₹105 करोड़ ही हो सकी।

इसलिए अब जिन गाड़ियों पर पांच या उससे अधिक चालान बकाया हैं, उन्हें ब्लैकलिस्ट किया जाएगा।

किन कारणों से रद्द हो सकता है ड्राइविंग लाइसेंस?

मोटर वाहन अधिनियम 1988 की धारा-19 के तहत ड्राइविंग लाइसेंस निम्न कारणों पर रद्द किया जा सकता है –

  • अपराधी प्रवृत्ति वाले ड्राइवर
  • शराब या नशे की हालत में गाड़ी चलाना
  • वाहन से गंभीर अपराध करना
  • बार-बार खतरनाक ड्राइविंग करना

किन जिलों में सबसे ज्यादा ट्रैफिक उल्लंघन?

अधिकारियों के अनुसार ऐसे वाहन मालिकों और ड्राइवरों की पहचान हो चुकी है, जो चालान नहीं भरते और कोर्ट के फैसले का इंतजार करते हैं। 20 जिलों में सबसे ज्यादा ट्रैफिक नियम तोड़ने और सड़क हादसों के मामले सामने आए हैं, जिनमें लखनऊ, कानपुर, गोरखपुर, प्रयागराज, आगरा, बरेली, नोएडा शामिल हैं।

सड़क सुरक्षा के लिए विशेष अभियान

सिर्फ लखनऊ में ही 2024 में 1,630 सड़क हादसे हुए, जिनमें 576 लोगों की मौत हुई और 1,165 लोग घायल हुए। इसलिए पूरे प्रदेश में ट्रैफिक सुधार और सड़क सुरक्षा के लिए विशेष अभियान चलाए जा रहे हैं।


 


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Content Editor

Mehak

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