इस साल 40 विदेशी आतंकी मारे गए, कहा: नेतृत्व संकट का सामना कर रहे सभी आतंकी संगठन : डी.जीपी दिलबाग सिंह

punjabkesari.in Monday, Oct 31, 2022 - 02:14 PM (IST)

श्रीनगर  (अरीज): जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डी.जी.पी.) दिलबाग सिंह ने गुरुवार को कहा कि पुलिस ने इस साल कश्मीर में विदेशी आतंकियों का सफ ाया करने पर विशेष ध्यान दिया और उनमें से 40 मारे गए जिसके परिणामस्वरूप स्थानीय आतंकियों की भर्ती में भी काफ ी गिरावट आई है।


श्रीनगर में जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा आयोजित कश्मीर मैराथन-2022 के मौके पर डी.जी.पी. ने संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि इस साल हमारा विशेष ध्यान घाटी में सक्रिय विभिन्न संगठनों के विदेशी आतंकियों को खत्म करने पर था। उन्होंने हमारे युवाओं को आतंकवाद की ओर लुभाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।


उन्होंने कहा कि इस साल विभिन्न अभियानों में 40 विदेशी आतंकी मारे गए, जबकि कु छ अभी भी फ रार हैं। जो सक्रिय हैं वे पुलिस और सुरक्षा बलों के रडार पर हैं। उन्होंने कहा कि वे भी जल्द ही मारे जाएंगे। उन्होंने कहा कि आज सभी आतंकी संगठन नेतृत्व संकट का सामना कर रहे हैं, क्योंकि उनका बुनियादी ढांचा काफ ी हद तक खत्म हो गया है।


उन्होंने कहा कि विदेशी आतंकियों के मारे जाने से स्थानीय आतंकियों की भर्ती में काफ ी गिरावट आई है। पथराव और सडक़ पर विरोध प्रदर्शन में गिरावट के बारे में पूछे जाने पर डी.जी.पी. सिंह ने कहा कि इसका श्रेय उन लोगों और युवाओं को जाता है जो हिंसा से दूर रहना पसंद करते हैं। युवाओं ने विभिन्न क्षेत्रों में अपने करियर बनाने पसंद किए। वहीं पिछले तीन वर्षों में पथराव समाप्त हो गया है और स्थानीय आतंकियों की भर्ती भी लगभग शून्य हो गई है।


जम्मू-कश्मीर में आई.ई.डी. हमलों के बारे में डी.जी.पी. ने कहा कि रैडीमेड आई.ई.डी. आतंकियों के लिए कम लागत वाली हैं और एक नई रणनीति का उद्देश्य सुरक्षा बलों को नुक्सान पहुंचाना है। उन्होंने कहा कि यह आतंकियों की नई रणनीति है। वहीं घुसपैठ पर डी.जी.पी. ने कहा कि पिछले साल की तुलना में इस साल घुसपैठ में कमी आई है, जबकि कु छ सफ ल प्रयास किए गए हैं। उन्होंने कहा कि चूंकि मौसम बदल रहा है और सर्दियां आ रही हैं इसलिए नियंत्रण रेखा पर भारी बर्फ बारी से पहले आतंकियों को इस तरफ  भेजा जा सकता है।


लक्षित हत्याओं के बारे में पूछे जाने पर डी.जी.पी. ने कहा कि घाटी में शांतिपूर्ण माहौल को बाधित करने और सांप्रदायिक सद्भाव को नुक्सान पहुंचाने के लिए इस तरह के काम किए जा रहे हैं। इस तरह की हत्याओं का एक प्रमुख उद्देश्य भारत भर के लोगों को कई भारतीय राज्यों में काम कर रहे कश्मीरियों को निशाना बनाने के लिए उकसाना है। उन्होंने कहा कि मैं आतंकवाद का समर्थन करने वाली एजैंसियों द्वारा बिछाए गए जाल में न पडऩे के लिए भारतीय नागरिकों का आभारी हूं। वहीं डी.जी.पी. ने कहा कि पुलिस मैराथन 2022 का आयोजन कर रही है, जिसमें विकलांग बच्चों और बुजुर्गों सहित सभी उम्र के लोगों ने भाग लिया।
 


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Content Writer

Monika Jamwal

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