कश्मीर में 2 कर्मचारियों, गांव प्रमुख सहित 12 गिरफ्तार

punjabkesari.in Monday, Nov 14, 2016 - 01:47 PM (IST)

श्रीनगर : मध्य कश्मीर में बडग़ाम जिला के सोजैट गांव में रात के दौरान छापा मारकर सुरक्षाबलों ने गांव प्रमुख और दो कर्मचारियों सहित कम से कम 12 लोगों को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान अलगाववादियों द्वारा आहूत हड़ताल के कारण आज लगातार 129वें दिन भी आम जनजीवन अस्त व्यस्त रहा। हालांकि, श्रीनगर में रविवार को सैकड़ों रेहड़ी पटरी वालों ने साप्ताहिक बाजार ‘संडेय मार्केट’ में अपनी दुकानें लगाईं जबकि 500 और 1000 रुपए के नोटों को बंद करने के मद्देनजर समूचे कश्मीर में बैंकों में उपभोक्ताओं की भीड़ रही। वहीं, अलगावावदियों के हड़ताल में शाम चार बजे से ढील के दौरान लोगों के भारी रश का अनुभव किया गया।


सोजैट गांव के लोगों ने आरोप लगाया कि सुरक्षाबलों ने रात के दौरान गांव में छापा मारा और रिहायशी मकानों में तोडफ़ोड़ की। उन्होने सुरक्षाबलों पर खिड़कियों के शीशे, एल.सी.डी. टी.वी., फ्रिज, कार और अन्य सामान में तोडफ़ोड़ करने का आरोप लगाया। उन्होने यह भी आरोप लगाया कि सुरक्षाबलों ने कई महिलाओं को पीटा। साथ ही कम से कम 12 लोगों को गिरफ्तार कर लिया।


हालांकि, पुलिस ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि गांव में गत रात पुलिस ने 12 वांछित पत्थरबाजों/उपद्रवियों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस कार्रवाई के दौरान कुछ उपद्रवियों ने पुलिस पार्टी पर पत्थराव किया। उनको खदेडऩे के लिए मामूली बल का प्रयोग किया गया। साथ ही यह भी स्पष्ट किया जाता है कि महिलाओं को पीटने और संपत्ति में तोडफ़ोड़ करने के आरोपों में बिल्कुल सच्चाई नहीं है।


इस बीच अशांति से प्रभावित घाटी में आज समान्य स्थिति लौटने की झलक का अनुभव किया गया। जुलाई के महीने में हिज्बुल मुजाहिदीन के आतंकी बुरहान वानी को मार गिराने के बाद कश्मीर में अशांति से जनजीवन पंगु बना हुआ था।
अधिकारियों ने कहा कि श्रीनगर में लोगों की गतिविधियों में और बसों को छोड़ सार्वजनिक परिवहन में बढ़ोतरी देखी गई है। निजी गाडिय़ों के अलावा ऑटो रिक्शा और अंतर जिला कैब भी बड़ी संख्या में चल रही हैं। उन्होंने कहा कि सैकड़ों रेहड़ी पटरी वालों ने इतवार बाजार में अपनी दुकानें लगाई हैं और टीआरसी चौक-बटमालू पर सर्दियों की खरीदारी करने के लिए लोगों की भीड़ रही।


अधिकारियों ने बताया कि सिविल लाइंस और शहर के बाहरी इलाकों के साथ ही अन्य जिलों के कुछ ग्रामीण इलाकों में भी दुकानें खोली गईं थीं। समूची घाटी में बैंक खुले हुए थे और उपभोक्ता 500 और 1000 रुपए के नोट बदलवाने के लिए कतारों में खड़े थे।


बहरहाल, अलगाववादियों द्वारा आहूत हड़ताल की वजह से घाटी के बाकी के हिस्सों में ज्यादा दुकानें, ईंधन केंद्र और अन्य कारोबारी प्रतिष्ठान बंद ही रहे। अलगाववादियों ने साप्ताहिक प्रदर्शन का कार्यक्रम घोषित किया है।

 


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