अबू सलेम की आवाज पर धड़कता था इस अभिनेत्री का दिल, जानिए कैसे बना दाऊद का राइट हैंड

punjabkesari.in Thursday, Sep 07, 2017 - 12:33 PM (IST)

मुंबईः 1993 में मुंबई में सिलसिलेवार बम विस्फोट मामले की सुनवाई के दूसरे चरण में डॉन अबू सलेम पर क्या फैसला आएगा, सबकी निगाहें इसी बात पर है लेकिन आपको बताते हैं कि एक मोटर मैकेनिक कैसे डॉन बना। सलेम के पिता आजमगढ़ के सरायमीर थाना क्षेत्र के रहने वाले इज्‍जतदार वकील थे और परिवार काफी बड़ा था। अबू के पिता की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी जिसके बाद पूरे घर की जिम्मेदारी अबू के कंधों पर आ गई।
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मोटर मकैनिक था अबू
पिता की मौत के बाद अबू अपनी पढ़ाई भी पूरी नहीं कर पाया और उसने आजमगढ़ में ही मोटर मकैनिक का काम करता था, उसके बाद उसने दिल्ली में टैक्सी चलाई और कुछ समय बाद मुंबई चला गया। मुंबई में भी उसने काफी समय तक टैक्सी चलाई। फिर उसने ब्रेड डिलीवरी और कपड़े की दुकान में हाथ आजमाया। इसी बीच उसने रियल एस्टेट ब्रोकर के तौर पर भी काम किया।
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ऐसे आया दाऊद के संपर्क में
टैक्सी ड्राइवर का काम करने के दौरान साल 1987 में वह अंडरवर्ल्‍ड डॉन दाऊद इब्राहिम के भाई अनीस इब्राहिम से मिला। अनीस के जरिए वह दाऊद के संपर्क में आया और देखते ही देखते वह उसका राइट हैंड बन गया।
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बॉलीवुड सितारों से जबरन वसूली
दाऊद के कहने पर अबू ने बॉलीवुड के कई कलाकारों और बड़े बिजनेसमैन से जबरन वसूली का काम शुरू किया। अबू की कुछ ही समय में काफी दहशत हो गई थी और वहां जल्द ही काफी ऊंचाई पर पहुंच गया। अब बड़े-बड़े सितारें उस तक वसूली की रकम पहुंचा देते थे। अबू का पहला शिकार मुंबई के बिल्डर प्रदीप जैन बने थे। 1995 में प्रदीप की हत्या कर दी गई थी। यही नहीं उनकी 13वीं के दिन जैन की पत्नी को फोन कर कहा, क्या तुम्हें विधवा होने का सुख मिल रहा है।
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अबू अब खुद फिल्मों में पैसा लगाने लगा और अपने फेवरेट एक्टर-एक्ट्रैस को काम दिलवाना उसके शौक में शुमार हो गया। अबु ने संगीतकार गुलशन कुमार से जब हर महीने 5 लाख रुपए मांगे तो उन्होंने इनकार करते हुए कहा कि इतने रुपए देकर वो वैष्णो देवी में भंडारा कराएंगे। इससे अबू आग बबूला हो गया और उसने शूटर राजा को हॉयर करके जरिए गुलशन का दिन दहाड़े मर्डर करवा दिया। बताया जाता है कि शूटर राजा ने गुलशन कुमार की हत्या के दौरान अपना फोन ऑन रखा था ताकि अबु सलेम उसकी चीखें सुन सके।
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तभी 1993 में मुंबई को दहलाने की साजिश रची गई। उस दौर में अपनी हरकतों को लेकर संजय दत्त काफी बिगड़ैल और बदनाम था। वे नशा आदि काफी करते थे, इसी दौरान ने अबू के संपर्क में आए। मुंबई हमले के लिए अबू ने संजय दत्त को एके 56 राइफलें, 250 कारतूस और कुछ हथगोले 1993 को उनके घर पर सौंपे थे। मंबई को दहलाने से दो दिन पहले अबू संजय के घर से वो हथियार लेकर आया था और तब सिलसिलेवार 1 या दो नहीं बल्किन 12 बम धमाके हुए थे। इस मामले में हथियार रखने और आतंकियों की मदद करने के मामले में संजय दत्ता भी सजा भुगत चुके हैं। अबु सलेम को साल 2013 में पुर्तगाल से प्रत्यर्पित किया गया था।
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अबु सलेम की आवाज पर फिदा थीं मोनिका बेदी
हमेशा से अबु सलेम और अदाकारा मोनिका बेदी की प्रेम कहानी मिस्ट्री रही। मोनिका की मानें तो थोड़े वक्त के लिए ही सही, मोनिका का दिल अबू के लिए धड़का जरूर था। मोनिका के मुताबिक उन्हें नहीं पता था कि जिस शख्स के लिए उनका दिल धड़क रहा था वो अंडरवर्ल्ड का मोस्ट वॉन्टेड है। उन्हें नहीं पता था कि जिसके साथ वो प्यार कर बैठी है उसका असली नाम अबु सलेम है। साल 1998 में मोनिका पहली दफा फोन पर सलेम के संपर्क में आईं। मोनिका दुबई में थी, फोन पर उन्हें दुबई में एक स्टेज शो में करने के लिए ऑफर मिला था। बस उसी के बाद वो उसे चाहने लगी। मोनिका सलेम की आवाज पर फिदा हो गई थी। सलेम ने भी कभी उसे हल्की-सी चोट तक नहीं पहुंचाई। वे भी मोनिका से बेहद प्यार करता था।


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