जबरन खतना करवाकर 14 साल के दलित बच्चे को बनाया मुस्लिम, भूखा-प्यासा रख नमाज पढ़ने के लिए किया मजबूर
punjabkesari.in Monday, Feb 10, 2025 - 02:52 PM (IST)

नेशनल डेस्क: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में एक किशोर का धर्म परिवर्तन और खतना करवाने का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। किशोर का कहना है कि उसकी मां की मौत के बाद उसके पिता ने दूसरी शादी की थी और उसके बाद उसे मुस्लिम समुदाय के लोगों से जुड़ा हुआ पाया। किशोर का आरोप है कि उसकी सौतेली मां ने प्रॉपर्टी के लिए उसके पिता की हत्या करवा दी और उसे घर से निकाल दिया।
किशोर ने बताया कि उसके बाद वह कबाड़ी के काम करने वाले रियासत और उसके बेटे मुर्शीद के संपर्क में आया। मुर्शीद ने उसे नौकरी दिलवाने के नाम पर बाराबंकी लाकर एक रेस्टोरेंट में काम पर रख लिया। इस रेस्टोरेंट का नाम "अफीफा रेस्टोरेंट" था, जहां किशोर से मेहनत मजदूरी करवाई जाती थी और ठीक से खाना भी नहीं दिया जाता था।
एक दिन रेस्टोरेंट के मालिक ने किशोर से उसके परिवार के बारे में पूछा। जब किशोर ने बताया कि उसका परिवार नहीं है, तो रेस्टोरेंट के मालिक ने उसे फंसा लिया और अस्पताल ले जाकर उसका खतना करवा दिया। अस्पताल से वापस आने पर रेस्टोरेंट का मालिक उसे बताता है कि अब वह मुसलमान बन चुका है और उसका नाम "नूर मोहम्मद" रखा गया है। इसके बाद उसे जबरन नमाज पढ़ने के लिए भी कहा गया।
किशोर ने विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं को यह पूरी घटना बताई, जिसके बाद थाना में FIR दर्ज कराई गई। विश्व हिंदू परिषद के जिला संयोजक विनय सिंह राजपूत ने कहा कि किशोर ने पहले अपना नाम नूर मोहम्मद बताया, लेकिन बाद में उसने अपनी असल पहचान बताई और पूरी घटना की जानकारी दी। किशोर का कहना है कि वह आजमगढ़ के अतरौलिया का रहने वाला है और दलित समाज से ताल्लुक रखता है।
पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुर्शीद, उसके पिता रियासत अली और अफीफा रेस्टोरेंट के मालिक के खिलाफ धर्म परिवर्तन, एससी-एसटी एक्ट और शारीरिक शोषण के आरोपों में मुकदमा दर्ज कर लिया है। बाराबंकी पुलिस ने किशोर को किशोर न्याय बोर्ड आजमगढ़ में पेश कर उसका बयान दर्ज कराया। किशोर की काउंसलिंग भी कराई गई है। इस मामले को लेकर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है।