ग्राहक बनकर क्लब पहुंची पुलिस, अंदर का नज़ारा देख उड़े होश, 17 बच्चियों को जबरन....

punjabkesari.in Saturday, May 24, 2025 - 08:24 AM (IST)

नेशनल डेस्क:  झिलमिल मंचों की चकाचौंध के पीछे एक भयावह सच्चाई छिपी थी, जो शुक्रवार को उजागर हुई। बिहार के सारण ज़िले में पुलिस ने एक बड़े रेस्क्यू ऑपरेशन के तहत ऑर्केस्ट्रा और डांस मंडलियों में फंसी 17 नाबालिग़ लड़कियों को मुक्त कराया। पुलिस को सूचना मिली थी कि इन लड़कियों को जबरन नचवाया जा रहा है और उनके साथ अभद्र व्यवहार किया जा रहा है।

तीन थाना क्षेत्रों में एक साथ छापेमारी
यह कार्रवाई मशरक, पानापुर और इसुआपुर थाना क्षेत्रों में एक साथ की गई। अभियान की अगुवाई महिला थाना ने की, जिसमें स्थानीय पुलिस बल और मिशन मुक्ति फाउंडेशन, रेस्क्यू फाउंडेशन (दिल्ली) और नारायणी सेवा संस्थान जैसे सामाजिक संगठनों का भी सहयोग रहा।

अलग-अलग राज्यों से लाई गईं बच्चियां
बचाई गई लड़कियों में सबसे ज्यादा आठ लड़कियां पश्चिम बंगाल से हैं। इसके अलावा, ओडिशा से चार, झारखंड और दिल्ली से दो-दो, और एक लड़की बिहार की मूल निवासी है। सभी को आगे की प्रक्रिया के लिए चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (CWC) के सामने पेश किया जाएगा।

ऑर्केस्ट्रा की आड़ में देह व्यापार का संदेह
सारण के पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष ने बताया कि ये ऑर्केस्ट्रा मंडलियां अब देह व्यापार के अड्डों में तब्दील हो रही हैं, जहां नाबालिगों को पैसे और नौकरी का लालच देकर फंसाया जाता है। कई बार उन्हें सोशल मीडिया पर फेमस कराने के नाम पर भी बहकाया जाता है।

गिरफ्तारियां और कानूनी कार्रवाई
अब तक पांच ऑर्केस्ट्रा संचालकों को हिरासत में लिया गया है और उनके खिलाफ महिला थाना में एफआईआर दर्ज की गई है। उनसे पूछताछ जारी है। एसपी के मुताबिक, मई 2024 से अब तक ज़िले में 162 नाबालिग लड़कियों को रेस्क्यू किया जा चुका है, 21 केस दर्ज हुए हैं और 56 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

'आवाज़ दो' मुहिम से बढ़ रही है जागरूकता
पुलिस ने बताया कि इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए ज़िले में ‘आवाज़ दो’ नामक अभियान चलाया जा रहा है, जो समाज में बाल सुरक्षा और शोषण के खिलाफ जागरूकता फैलाने का काम कर रहा है।


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Content Writer

Anu Malhotra

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