प्रेग्नेंसी के दौरान हर 8 में से 1 महिला से अस्पतालों में होती है बदसलूकी

punjabkesari.in Thursday, Apr 11, 2024 - 09:34 AM (IST)

नेशनल डेस्क: एक अध्ययन में सामने आया है कि प्रेग्नेंसी के दौरान हर आठ में से एक महिला को अस्पतालों में डॉक्टरों व स्टाफ की बदसलूकी का सामना करना पड़ता है। कोलंबिया विश्वविद्यालय में हुआ यह अध्ययन जामा नेटवर्क ओपन मेडिकल जर्नल में प्रकाशित हुआ है। अध्ययन में कहा गया है, गर्भवती महिला के साथ बच्चे की डिलीवरी के दौरान लेबर रूम में होती बदसलूकी 'लेबर रूम वॉयलेंस (एल.आर.वी.) या 'ऑब्स्टेट्रिक वॉयलेंस कहलाती है। लेबर रूम में जिंदगी और मौत से लड़ रही हर महिला मौखिक या शारीरिक उत्पीड़न का शिकार होती है जिससे उनके दिमाग पर गहरा असर पड़ता है।

महिलाएं बोली डांटते और चिल्लाते हैं डॉक्टर
अध्ययन के अनुसार वर्ष 2020 में पहली बार मां बनने वाली वाली 13.4 फीसदी यानी हर आठ में से एक महिला ने कहा कि उन्हें चिकित्सकों द्वारा प्रेग्नेंसी के वक्त दुर्व्यवहार झेलना पड़ा। इनमें सबसे आम शिकायतें प्रेग्नेंसी की पीड़ा के वक्त चिकित्सकों द्वारा अनदेखा करना, मदद के अनुरोध के बावजूद बात नहीं सुनना या समय पर जवाब नहीं देना शामिल है। अध्ययन में शामिल 4.1 फीसदी महिलाओं ने कहा कि प्रेग्नेंसी के वक्त चिकित्सक उन पर चिल्लाए या उन्हें डांट लगाई गई। 2.3 फीसदी महिलाओं ने कहा कि चिकित्सकों ने उपचार रोकने की धमकी दी या जबरन उन्हें किसी बात को स्वीकार करने के लिए मजबूर किया। पहली बार मां बनी 4,598 महिलाओं से पूछे गए सवालों के आधार पर यह अध्ययन किया गया।

अविवाहित प्रेग्नेंट के साथ ज्यादा बदसलूकी
शोधकर्ताओं ने पाया दुर्व्यवहार की शिकार सबसे अधिक वे महिलाएं हुईं जो अविवाहित थीं। उन्होंने कहा कि उन्हें प्रेग्नेंसी के वक्त चिकित्सकों या अस्पताल स्टाफ से ताने सहने पड़े। इसके अलावा मैडिकल बीमा पर प्रसव कराने वाली महिलाओं, मोटापे की शिकार महिलाओं और मानसिक रूप से विक्षिप्त महिलाओं को सबसे अधिक दुर्व्यवहार सहना पड़ा।

 


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Content Editor

Mahima

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