तांत्रिक अभिचार से बचना है तो होलिका दहन पर करें ये उपाय

punjabkesari.in Wednesday, Mar 04, 2015 - 02:27 PM (IST)

होलिका दहन पर विभिन्न समस्याओं के लिए कर सकते हैं एक से अधिक विशेष उपाय । होली व दीवाली ऐसे विशेष अवसर हैं जब हर प्रकार की साधनाएं, तांत्रिक क्रियाएं तथा छोटे-छोटे उपाय भी सार्थक हो जाते हैं ।
- व्यापार वृद्धि तथा नजर उतारने के लिए,  दुकान, आफिस या कार्यालय में सायंकाल एक सफेद कपड़े पर गेहूं और सरसों की 7-7 ढेरियां रखें । इन पर एक एक काली मिर्च रखें । 7 नींबू के 2-2 टुकड़े करके इन ढेरियों पर रखें । निम्र मंत्र का 7 बार पाठ करें - (ओम् कपालिनी स्वाहा) ! 

- पाठ समाप्ति पर इस सारी सामग्री की पोटली बनाकर लाल मौली से गांठ लगाकर बांध लें और दुकान या घर में एक सिरे से आरंभ कर चारों कोनों पर घुमा कर बाहर ले आएं । इस पोटली को होलिका में डाल दें ।

- दुकान, आफिस, फैक्टरी या मकान में अक्सर होने वाली या अचानक चोरी या नुक्सान के बचाव हेतु -सूखा नारियल और तांबे का पैसा घर या दुकान में सात बार चारों कोनों में घुमा कर होलिका में डालें ।

- धनवृद्धि  हेतु होलिका में  यह मंत्र ‘ओम् श्रीं हृीं श्रीं महालक्ष्मय नम:’ 108 बार पढ़ते जाएं और शक्कर की आहुति देते जाएं ।

- रोग निराकरण के लिए एक सूखा नारियल, एक लौंग, काले तिल, सरसों  पीड़ित पर 7 बार उल्टा घुमा कर होलिका में डालें ।

- कार्यसिद्धि के लिए, खोपे के दो आधे-आधे कटोरे की शक्ल में टुकड़े कर लें । इसमें कपूर, काले तिल, बर्फी, सिंदूर, हरी इलायची, लौंग रख कर इस मंत्र की एक माला करें- (ओम् हृीं क्लीं फट् स्वाहा)! सामग्री को काले कपड़े में बांध कर होलिका में 7 परिक्रमा करके अर्पित कर दें ।

- दांपत्य जीवन में मिठास लाने के लिए-रुई की 108 बत्तियां देसी घी में भिगोकर होलिका में संबंध सुधार की अनुनय सहित डालें ।

- यदि आपको लगता है कि किसी ने आपके ऊपर तांत्रिक अभिचार किया हुआ है जिसके कारण आपकी प्रगति ठप्प हो गई है तो देसी घी में भीगे दो लौंग, एक बताशा, एक पान का पत्ता होलिका दहन में अर्पित करें। दूसरे दिन वहां की राख लाकर शरीर पर मलें और नहा लें। तांत्रिक अभिचार दूर हो जाएगा ।

- यदि आपको लगता है कि बच्चे को किसी की नजर लग गई है तो-देसी घी में भीगे पांच लौंग, एक बताशा, एक पान का पत्ता होलिका दहन में अर्पित करें। दूसरे दिन वहां की राख लाकर ताबीज में भर कर बच्चे को पहनाएं ।

- यदि आपके घर को बुरी नजर लग गई है तो उसे उतारने का यह स्वर्णिम अवसर है। देसी घी में भीगे दो लौंग, एक बताशा, मिश्री, एक पान का पत्ता होलिका दहन में अर्पित करें । दूसरे दिन वहां की राख लाकर लाल कपड़े में बांध कर घर में रखें ।

- यदि कोई आपकी धन वापसी में बेईमानी कर रहा है और आप मुकद्दमे में नहीं पडऩा चाहते तो-होलिका दहन स्थल पर धन न लौटाने वाले का नाम जमीन पर अनार की लकड़ी से त्रिकोण के अंदर लिखें और उस पर हरा गुलाल छिड़क दें । होलिका माता से धन वापसी की प्रार्थना करें । अगले दिन वहां से राख उठा कर जल में उस व्यक्ति का नाम लेते हुए प्रवाहित कर दें ।

- यदि  सरकार से बाधा है तो- होलिका में उल्टे चक्कर लगाते हुए आक की जड़ के 7 टुकड़े, विरोधी का नाम लेते हुए डालें ।

- यदि व्यापार में लगातार घाटा या आर्थिक हानि हो रही है तो होलिका दहन की सायं दुकान या मकान के मुख्य द्वार की चौखट पर गुलाल छिड़कें, उस पर आटे का बना चौमुखी दीपक  जलाएं। उस दीपक को जलती होलिका में डाल आएं ।

- गंभीर रोग यदि मैडीकल उपचार से भी ठीक नहीं हो रहा तो- देसी घी में भीगे दो लौंग, एक बताशा, मिश्री, एक पान का पत्ता होलिका दहन में अर्पित करें । दाएं हाथ में 4 गोमती चक्र लेकर रोग मुक्ति की प्रार्थना करें । चक्र रोगी के पलंग के चारों पायों में चांदी की तार से बांध दें  या 11 गोमती चक्र पीड़ित के ऊपर से 21 बार विपरीत दिशा में घुमाएं और होलिका में फैंक दें या दक्षिण दिशा में फैंकें या दो लौंग, काले तिल, सरसों, नारियल 21 बार उसार कर अग्नि में डालें ।

- यदि पति या पत्नी किसी के चंगुल में है तो होली की 7 परिक्रमा करते हुए औरत या उस पुरुष का नाम लें 7 गोमती चक्र डालते जाएं ।

- यदि राज्यप्रकोप- हो तो तेजफल और गेहूं की एक मुट्ठी होलिका में डालें ।

- किसी प्रकार का विवाद, दोस्तों से मनमुटाव हो तो एक मुट्ठी चावल और 7 फूटी कौडिय़ां  होलिका में भस्मित करेंं ।

- भाइयों से मनमुटाव या भूमि विवाद हो तो 11 नीम की पत्तियां और लाल चंदन, होलिका दहन में अर्पित करें ।

- गले या वाणी संबंधी रोग के लिए-हरी मूंग की एक मुट्ठी डालें ।

- पिता या किसी बुजुर्ग से विवाद समाप्ति हेतु, हल्दी की 7 गांठें और एक मुट्ठी चने की दाल डालें ।

- खांसी,अस्थमा से पीड़ित व्यक्ति के ऊपर से 7 बार उल्टा घुमाकर 48 बादाम होलिका में समर्पित करें ।

- पुत्र या पुत्री से परेशानी हों या वह कहने में न हों तो सूखे प्याज लहसुन और हरा नींबू डालें।

- ये अनुभूत उपाय हैं जिन्हें सदियों से हमारे देश में प्रयोग कर लाभ उठाया जा रहा है।    

— मदन गुप्ता ‘सपाटू’ 


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