अमावस्या 30 को, काली रात लाएगी खुशियों की सौगात!

punjabkesari.in Wednesday, Sep 28, 2016 - 10:16 AM (IST)

16 सितंबर को श्राद्ध पक्ष का आरंभ हुआ था, जो 29 सितंबर तक चलेगा। 30 सितंबर को सर्वपितृमोक्ष अमावस्या है। माना जाता है की श्राद्ध पक्ष की इस अमावस्या पर सभी पितरों का श्राद्ध एक साथ करने से उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। अमावस्या के दिन कुछ खास बातों का ध्यान रखने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है और घर-परिवार में खुशियां आती हैं।


दान करें ये वस्तुएं  
चावल, एक-एक पाव जौ, चीनी, उड़द, मूंग, मसूर, चने की दाल, बाजरा, दही, खीर, मिठाई तथा सफेद वस्त्र, फल, पुस्तक, घी, चांदी-सोना आदि इन सभी वस्तुओं का संकल्प करके पीपल वृक्ष के नीचे ही किसी जरूरतमन्द (अंध-विद्यालय, कुष्ठाश्रम, वृद्धाश्रम, अनाथाश्रम, गौशाला) विद्वान ब्राह्मण  को श्रद्धापूर्वक दान कर देना चाहिए। पत्नी के कारण गृह-क्लेश हो तो गौरी-शंकर रुद्राक्ष एवं पति-पत्नी वशीकरण सिद्ध यंत्र धारण करें। 


चन्द्रमा से पीड़ित जातक दूध, चावल, घी, अनाथालय या वृद्धाश्रम में दान करें तथा अपने माता-पिता को अपने हाथों से सायं काल दूध पिलाना चाहिए।  संतान अथवा केतु से पीड़ित जातक 101 तन्दूर की मीठी रोटी बना कर गाय, कौओं व कुत्तों को खिलाएं, किसी पवित्र नदी या सरोवर का जल अपने घर में रखें। 

 
व्यापार में घाटा हो रहा हो या कर्ज बढ़ गया हो तो अभिमन्त्रित एकाक्षी श्रीफल को सिंदूर लगा कर सूर्योदय से पूर्व चौराहे पर रखवा दें अथवा वैष्णों देवी मन्दिर (जम्मू-कश्मीर), मां काली का साक्षात स्वरूप भैवाल माता (राजस्थान), काली मन्दिर, कालका (दिल्ली) में चढ़ा दें।


पितर दोष का अचूक उपाय  
लावारिस शव का दाह-संस्कार करना, असहाय रोगी की सेवा करना, गरीब की पुत्री की शादी में धन देना, बिना सींग की गाय का दान करना पितरों तथा परमात्मा की सर्वश्रेष्ठ पूजा है।  उक्त उपयोग करने से रोगी रोग मुक्त हो जाता है, विद्यार्थी विद्या ग्रहण करता है, दाम्पत्य सुख प्राप्त होता है, उजड़ा हुआ घर पुन: बस सकता है। ये अचूक प्रयोग हैं, आवश्यकता केवल श्रद्धा एवं विश्वास की है।


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