100 साल में बना योग, कुंवारे पूरी नहीं कर पाएंगे अपनी यह खास इच्छा!

punjabkesari.in Friday, May 06, 2016 - 12:22 PM (IST)

अक्षय तृतीया साल के खास शुभ दिनों में से है जिस दिन कोई भी शुभ काम किया  जा सकता है। शादियों के लिए तो इसे अबूझ मुहूर्त माना जाता है लेकिन इस वर्ष कुंवारे अक्षय तृतीया पर शादी करने की इच्छा पूरी नहीं कर पाएंगे क्योंकि शुक्र का तारा अस्त हो गया है जिसके चलते मई और जून महीने में भी विवाह का कोई मुहूर्त नहीं है। ज्योतिषियों का मानना है की लगभग 100 वर्ष में ऐसा पहली बार हुआ है कि अक्षय तृतीया पर शादी का शुभ लग्न नहीं है। 
 
2 मई 2016 को शुक्र का तारा अस्त हो गया है जो 2 जुलाई को उदय हाेगा। इस बीच शादी का कोई भी मुहूर्त नहीं हैं। 29 अप्रैल के उपरांत 7 जुलाई को पहला मुहूर्त होगा। अक्षय तृतीया पर कोई भी कुंवारा विवाह के बंधन में बंध नहीं पाएगा। ऐसा कितने वर्ष बाद हो रहा है कहना मुश्किल है क्योंकि ज्योतिषशास्त्रियों की इस विषय में एक राय नहीं है। 
 
15 जुलाई आषाढ़ शुक्ल देवशयनी एकादशी से देव सो जाएंगे। तभी से चातुर्मास का आरंभ होगा। 15 जुलाई से लेकर 10 नवंबर तक शादियों के मुहूर्त नहीं रहेंगे। 11 नवंबर देव उठनी ग्यारस से शहनाईयां गुंजने लगेंगी और सभी शुभ कार्यों का आरंभ हो जाएगा।

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