जाम्बिया ने ठुकराया चीन का ऑफर,  ऋण जाल में फंसने से किया इंकार

punjabkesari.in Sunday, Aug 07, 2022 - 03:54 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः एशिया के कई देशों को  ऋण जाल में फंसाने के बाद चीन अब अफ्रीकी देशों को अपनी गिरफ्त में ले रहा है। चीन ने जाम्बिया को अपने झांसे में लेने की कोशिश की लेकिन जांबिया ने बीजिंग के कर्ज को खत्म करने के लिए 1.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर के चीनी ऋण का ऑफर ठुकरा दिया है। दक्षिणी अफ्रीकी देश जाम्बिया  लगभग 17 बिलियन डॉलर के बाहरी ऋण के पुनर्गठन के लिए $1.4 बिलियन के IMF  मदद पर बातचीत करने में सफल रहा है।  चीन अफ्रीका में जिन देशों को कर्ज दे रहा है, वो इन पैसों को बुनियादी ढांचों के साथ ही सैन्य उपकरण खरीदने पर भी खर्च कर रहे हैं।

 

 खास बात यह कि इन सैन्य उपकरणों की आपूर्ति अधिकतर चीनी कंपनियां ही कर रही हैं। अंतर्राष्ट्रीय लेनदारों ने शिकायत की है कि जाम्बिया के चीन ऋणों पर विवरण की कमी ने जाम्बिया के ऋणों के पुनर्गठन की प्रक्रिया में बाधा उत्पन्न की है। ज़ाम्बिया, एक ऐसा देश जहाँ 60 प्रतिशत आबादी के पास बिजली नहीं है, 77 प्रतिशत के पास पीने का साफ पानी नहीं है, 46 प्रतिशत के पास इंटरनेट नहीं है और जहाँ सड़क के बुनियादी ढांचे की ज़रूरत है। अफ्रीकी सरकार द्वारा सहमत शर्तों की प्रकृति पर पारदर्शिता की कमी ने तीव्र घरेलू आलोचना और अंतरराष्ट्रीय आरोपों को जन्म दिया है कि चीन सामरिक संपत्तियों पर नियंत्रण की मांग कर रहा है।

 

वास्तव में, जाम्बिया को चीन से बहुत अधिक उधार लेने, कर्ज के जाल में फंसने के लिए "लालच" दिया गया था। जाम्बिया ने कोविड दौरान नवंबर 2020 में  और फरवरी 2021 में ऋण पर चूक की और अर्थिक मंदहाली से घिर गया । जाम्बिया ने जी -20 द्वारा स्थापित एक नई स्थापित प्रक्रिया के तहत विचार करने के लिए आवेदन किया, जिसे "सामान्य ढांचा" कहा जाता है और इसे देशों को कोविड में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।चीन लुसाका का सबसे बड़ा द्विपक्षीय ऋणदाता है और जाम्बिया में चीनी ऋण प्रतिबद्धताओं का एक असाधारण उच्च स्तर है।

 

चीनी सार्वजनिक और निजी उधारदाताओं के लिए जाम्बिया का कर्ज 6.6 बिलियन डॉलर है, जो पिछली ज़ाम्बिया सरकार द्वारा बताई गई राशि से लगभग दोगुना है। चीन अफ्रीका रिसर्च इनिशिएटिव (CARI) ने ऋण डेटा के विश्लेषण से अनुमान लगाया है कि इसमें पेनल्टी या ब्याज बकाया शामिल नहीं है जो लगातार बढ़ रहे हैं। चाइना अफ्रीका रिसर्च इनिशिएटिव के अनुसार, तांबे से समृद्ध जाम्बिया ने 2000-2018 की अवधि में ज्यादातर परिवहन और बिजली क्षेत्रों में 69 से अधिक परियोजनाओं के लिए चीनी ऋण का उपयोग किया है ।


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Content Writer

Tanuja

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