बाइडेन का चीन के खिलाफ कड़ा कदम- 7 चीनी सुपर कंप्यूटर रिसर्च कंपनियों पर लगाया बैन

punjabkesari.in Saturday, Apr 10, 2021 - 12:16 PM (IST)

 लॉस एंजलिस: जल-थल क्षेत्रों पर कब्जे और सुरक्षा मामलो को लेकर अमेरिका और चीन के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। वाशिंगटन और बीजिंग के बीच दक्षिण चीन सागर, तिब्बत, हांगकांग, शिनजियांग में मानवाधिकार उल्लंघन और कारोबार समेत कई मसलों पर पहले से तनातनी चल रही है। इस बीत प्रौद्योगिकी क्षेत्र की सुरक्षा को लेकर बाइडेन प्रशासन ने चीन के खिलाफ कड़ा कदम उठाते हुए 7 चीनी सुपर कंप्यूटर रिसर्च लैब और निर्माताओं पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। अमेरिका का कहना है कि  चीनी सेना हथियारों के विकास में इन कंपनियों के सुपर कंप्यूटरों का इस्तेमाल करती है।

 

गुरुवार को बाइडेन प्रशासन ने इन  प्रतिबंधों का फैसला करते हुए स्पष्ट कर दिया  कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन अपने पूर्ववर्ती डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीनी प्रौद्योगिकी कंपनियों के खिलाफ शुरू किए गए सख्त रुख पर कायम रहेंगे। अमेरिका इन प्रौद्योगिकी कंपनियों को खतरा मानता है। माना जा रहा है कि नए प्रतिबंधों से अमेरिका और चीन के बीच तनाव और बढ़ सकता है। अमेरिका के वाणिज्य विभाग ने कहा कि इन कंपनियों द्वारा तैयार सुपर कंप्यूटरों का इस्तेमाल चीनी सेना हथियारों के विकास में करती है।

 

बता दें कि ट्रंप प्रशासन के दौरान अमेरिका और चीन के संबंध बेहद खराब रहे। इस प्रशासन ने कोरोना महामारी, मानवाधिकार उल्लंघनों और दक्षिण चीन सागर को लेकर बीजिंग के खिलाफ सख्त रवैया अपना रखा था। हांगकांग में नए सुरक्षा कानून और शिनजियांग में उइगर मुस्लिमों पर अत्याचार और जासूसी को लेकर ट्रंप प्रशासन ने चीन की कई कंपनियों और सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के अधिकारियों पर प्रतिबंध लगा दिए थे।

 


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Content Writer

Tanuja

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