तुर्की के फैसले से नाराज अमेरिका ने रोक दी F35 विमान उपकरणों की सप्लाई

punjabkesari.in Tuesday, Apr 02, 2019 - 05:52 PM (IST)

लॉस एंजलिसः अमेरिका की कड़ी आपत्तियों के बावजूद तुर्की द्वारा रूस में निर्मित एस-400 मिसाइल सिस्टम खरीदने का निर्णय लेने के बाद अमेरिका ने तुर्की को एफ-35 लड़ाकू विमानों के सहायक उपकरणों की आपूर्ति पर रोक लगा दी है। लेफ्टिनेंट कर्नल माइक एंड्र्यूज ने सोमवार को एक बयान में कहा कि तुर्की के एस-400 की आपूर्ति रोकने के निर्णय को लंबित करने के कारण तुर्की की एफ-35 के संचालन से संबंधित आपूर्तियों और गतिविधियों को भी रोक दिया गया है।

PunjabKesari

इस महत्वपूर्ण मुद्दे पर तुर्की से हमारी बातचीत अभी जारी है। उन्होंने कहा कि हमारी एफ-35 साझेदारी को लेकर मौजूदा परिस्थिति का हमें बहुत दुख है, लेकिन रक्षा विभाग हमारी महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकी में साझा निवेश को बचाने के लिए महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। यह घोषणा नाटो की 70वीं वर्षगांठ के अवसर पर तुर्की के विदेश मंत्री के एक मंत्रिमंडल बैठक के लिए वॉशिंगटन रवाना होने के दौरान हुई। एंड्र्यू ने कहा, अमेरिका तुर्की को उसके एस-400 खरीद के गलत परिणामों के बारे में लगातार चेतावनी देता रहा है।

PunjabKesari

उन्होंने कहा, हम हालांकि स्पष्ट हैं कि एस-400 का अधिग्रहण एफ-35 के अनुकूल नहीं है और एफ-35 कार्यक्रम में तुर्की के शामिल होने पर खतरा मंडरा सकता हैं। अमेरिका में बना ये लड़ाकू विमान एफ़-35 बहुत ही तेज गति का विमान हैं. इस लड़ाकू विमान को नई तकनीक से बनाया गया है। इस विमान में रडार की पकड़ से बच निकलने की क्षमता है। रडार में न दिखने की वजह से ये दुश्मन के विमानों को बहुत ही कम वक्त में गिरा सकता है।

PunjabKesari

इसमें ख़ास सेन्सर लगे हुए हैं, जिस कारण डेटा जल्द ही सैन्य कमांडरों के साथ साझा किया जा सकता है । साथ ही ये विमान रडार को जैम करने की क्षमता भी रखता है। एफ़-35 विमान के तीन प्रकार हैं- पहला एफ़-35ए- जो आम विमानों की तरह टेकऑफ़ करता है, दूसरा एफ़-35बी जो सीधे हेलीकॉप्टर की तरह लैंड कर सकता है यानी ये विमान वर्टिकल लैंडिंग की क्षमता रखता है और तीसरा एफ़-35सी जो एयरक्राफ्ट कैरियर यानी युद्धपोतों से उड़ान भर सकता है।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Tanuja

Recommended News

Related News