सऊदी अरब में अमेरिका-यूक्रेन के बीच अहम वार्ता शुरू, रूस ने कहा-जेलेंस्की सिर्फ एक शर्त मान ले तो रोक देंगे युद्ध
punjabkesari.in Tuesday, Mar 11, 2025 - 07:22 PM (IST)

International Desk: रूस और यूक्रेन के बीच तीन साल से जारी युद्ध को खत्म करने के लिए यूक्रेन और अमेरिका के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल में अहम बातचीत मंगलवार को सऊदी अरब के जेद्दा में शुरू हुई। बंदरगाह शहर के एक आलीशान होटल में दोनों पक्षों के बीच बातचीत ऐसे समय में हो रही है, जब रूस ने सोमवार रात यूक्रेन की ओर से 10 से अधिक रूसी क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर ड्रोन हमले किए जाने और ऐसे 337 ड्रोन को मार गिराने का दावा किया। बातचीत के दौरान पत्रकार कुछ पल के लिए वार्ता कक्ष में दाखिल हुए।
इस दौरान, अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो कैमरे के सामने मुस्कराते हुए नजर आए, जबकि यूक्रेनी अधिकारी उनकी सामने वाली मेज पर चुपचाप बैठे रहे। उनके चेहरे पर कोई भाव नहीं था। सऊदी अरब के विदेश मंत्री भी वार्ता कक्ष में मौजूद थे। उनके पीछे अमेरिका, सऊदी अरब और यूक्रेन के राष्ट्रीय ध्वज लगे हुए थे। वार्ता में शामिल अधिकारियों ने पत्रकारों के किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया। इस बीच, रूस के सैन्य अधिकारियों ने मंगलवार को दावा किया कि रूस की वायु रक्षा प्रणालियों ने सोमवार रात 10 से अधिक रूसी क्षेत्रों में 337 यूक्रेनी ड्रोन को मार गिराया। यह हमला यूरोप में द्वितीय विश्व युद्ध के बाद के सबसे बड़े संघर्ष को रोकने के उपायों पर सऊदी अरब में अमेरिका और यूक्रेन के बीच बेहद अहम बातचीत शुरू होने से कुछ घंटों पहले हुआ। इसे तीन साल के युद्ध में यूक्रेन की ओर से रूस पर सबसे बड़ा ड्रोन हमला माना जा रहा है। रूसी अधिकारियों ने बताया कि यूक्रेन के ड्रोन हमले में दो लोग मारे गए और तीन बच्चों समेत 18 लोग घायल हो गए, जबकि कई आवासीय इमारतों और वाहनों को भारी नुकसान पहुंचा।
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उन्होंने कहा कि कुर्स्क क्षेत्र में 126 और मॉस्को के ऊपर 91 यूक्रेनी ड्रोन को मार गिराया गया। रूसी अधिकारियों के मुताबिक, यूक्रेनी ड्रोन विमानों ने सीमावर्ती बेलगोरेद, ब्रायंस्क और वोरोनिश के अलावा रूस के भीतर कलुगा, लिपेत्स्क, निजनी नोवगोरेद, ओरयोल और रियाजान को भी निशाना बनाया। हालांकि, इस हमले पर यूक्रेनी और अमेरिकी अधिकारियों की तरफ से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। सऊदी अरब में यूक्रेन और अमेरिका के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के बीच वार्ता 28 फरवरी को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की की व्हाइट हाउस यात्रा के दौरान उत्पन्न अभूतपूर्व विवाद के बाद युद्ध की समाप्ति के लिए एक नये कूटनीतिक प्रयास को दर्शाती है। यूक्रेनी अधिकारियों ने सोमवार को ‘द एसोसिएटेड प्रेस' से कहा था कि वे काला सागर क्षेत्र में युद्ध-विराम का प्रस्ताव रखेंगे, जिससे नौवहन सुरक्षित होगा, यूक्रेन में नागरिकों पर किए जाने वाले मिसाइल हमले रुकेंगे और कैदियों की रिहाई सुनिश्चित हो सकेगी।
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अधिकारियों ने कहा था कि कीव अमेरिका को यूक्रेन के दुर्लभ खनिजों तक पहुंच प्रदान करने वाले समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए भी तैयार है। यह एक ऐसा समझौता है, जिस पर दस्तखत की उत्सुकता अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी दिखाई है। हालांकि, जेद्दा की उड़ान में सवार रूबियो ने पत्रकारों से कहा कि अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल तीन साल से जारी युद्ध को समाप्त करने के लिए कोई विशेष उपाय प्रस्तावित नहीं करेगा, बल्कि वह यूक्रेन से यह जानना चाहेगा कि वे किन शर्तों पर विचार करने के लिए तैयार हैं। उधर, क्रेमलिन (रूस के राष्ट्रपति भवन) ने सार्वजनिक रूप से किसी रियायत की पेशकश नहीं की है। रूस ने कहा है कि वह इस शर्त पर युद्ध समाप्त करने के लिए तैयार है कि यूक्रेन उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में शामिल होने का अपना प्रयास छोड़ दे और मॉस्को के कब्जे वाले क्षेत्रों को रूसी क्षेत्र के रूप में मान्यता दे।
अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, “मैं इस बारे में कोई प्रस्ताव नहीं रखूंगा कि उन्हें क्या करना है या क्या करने की जरूरत है। मुझे लगता है कि हम यह जानना चाहते हैं कि वे कितनी हद तक जाने को तैयार हैं और फिर हम इसकी तुलना रूस की शर्तों से करेंगे और देखेंगे कि वास्तव में हम समझौते से कितनी दूर हैं।” रूबियो ने कहा कि बैठक के दौरान अहम खनिज संपदा तक पहुंच से जुड़े समझौते पर हस्ताक्षर किए जा सकते हैं, लेकिन उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि यह यूक्रेन या रूस के साथ बातचीत को आगे बढ़ाने के लिए अमेरिका की ओर से लगाई गई कोई पूर्व शर्त नहीं है।