UAE का शहबाज सरकार को ''खैरात'' से इंकार, बैंक से लेकर एयरलाइन तक बेचगा पाकिस्तान
punjabkesari.in Tuesday, Jan 31, 2023 - 12:54 PM (IST)

दुबई: आर्थिक संकट जूझ रहे पाकिस्तान को उसके दोस्त मुल्कों सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और चीन ने अब खैरात देने के लिए ठेंगा दिखा दिया है। उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि वे शहबाज सरकार को कोई मदद नहीं देंगे। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने पिछले दिनों UAEका दौरा किया था लेकिन वह बेकार रहा। यही नहीं UAE के राष्ट्रपति पाकिस्तान के दौरे पर आने वाले थे लेकिन उन्होंने अपना दौरा ही रद्द कर दिया।
अब शहबाज सरकार UAE को पाकिस्तान की 5 बड़ी सरकारी कंपनियों में हिस्सेदारी बेचने जा रही है। पाकिस्तान IMF से भी लोन के लिए बातचीत कर रहा है।ॉशहबाज सरकार ने UAE को पाकिस्तान की सरकारी तेल और गैस कंपनी, पाकिस्तान पेट्रोलियम लिमिटेड, नैशनल बैंक ऑफ पाकिस्तान, पाकिस्तान इंटरनैशनल एयरलाइन, पाकिस्तान नैशनल शिपिंग कार्पोरेशन में हिस्सेदारी बेचने के लिए प्रस्ताव दिया है। पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक सरकार ने कथित रूप से UAE को की दो कंपनियों को इन पाकिस्तानी कंपनियों में हिस्सेदारी बेचने का प्रस्ताव दिया है।
इससे पहले सऊदी अरब और UAE ने साफ कह दिया था कि वह अब फ्री में पाकिस्तान को अरबों डॉलर की मदद नहीं देंगे। इसके बाद अब पाकिस्तान सरकार UAE को अपनी सरकारी कंपनियों में हिस्सेदारी बेचने जा रही है। रिपोर्ट के मुताबिक शहबाज शरीफ की UAE की यात्रा के दौरान यह प्रस्ताव दिया गया। पाकिस्तान ने UAE को से मांग की थी कि पाकिस्तानी सामानों को UAE के बाजार में और ज्यादा पहुंच दी जाए। शहबाज शरीफ ने UAE की दो बड़ी कंपनियों के प्रमुखों से मुलाकात की थी और उन्हें सोलर पॉवर, एयरपोर्ट प्रबंधन आदि में निवेश करने के लिए प्रस्ताव दिया था।
UAE की इन दिग्गज कंपनियों के पास 300 अरब डॉलर का निवेश पोर्टफोलियो है। UAE की इन कंपनियों ने पाकिस्तान की फायदे में चल रही कंपनियों में निवेश की इच्छा जताई है। शहबाज शरीफ चाहते थे कि UAE के राष्ट्रपति से पाकिस्तान आने पर और ज्यादा लोन के बारे में बात करेंगे लेकिन शेख मोहम्मद बिन जायद अल नहयान ने ऐन मौके पर अपने दौरे को 'खराब मौसम' बताकर रद कर दिया। इससे शहबाज सरकार को भारी बेइज्जती का सामना करना पड़ा है। यूएई पहले ही पाकिस्तान को 1 अरब डॉलर का नया लोन देने का ऐलान कर चुका है। साथ ही 2 अरब डॉलर के पुराने लोन को वापस नहीं मांगा है।