पाक PM शहबाज की गीदड़भभकी, कहा - भारत ने हमला करके गलती की, उसे खामियाजा जरूर भुगतना होगा
punjabkesari.in Sunday, May 11, 2025 - 05:57 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक बार फिर भारत को गीदड़भभकी देते हुए कहा कि अब मैदान-ए-जंग में मुलाकात होगी। भारत से सीजफायर होने के चंद घंटों बाद राष्ट्र को संबोधित करते हुए उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि वह खून की आखिर बूंद तक लड़ेंगे। शहबाज शरीफ ने कहा कि भारत ने हमला करके जो गलती की है, उसका खामियाजा उसे जरूर भुगतना होगा। उन्होंने दावा किया कि पाकिस्तान की सेना ने अपने से कई गुना ताकतवर दुश्मन को चंद घंटों में घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया। शहबाज शरीफ ने कहा, "अल्लाह के करम से हमारे शाहीनों ने फिजाओं में ऐसा तूफान बरसाया कि दुश्मन चीख उठा।"
शनिवार शाम 8:30 बजे दोनों देशों ने एक-दूसरे के इलाके में ड्रोन दिखाई देने की बात कही। पाकिस्तान ने दावा किया कि पेशावर में ड्रोन दिखाई देने के बाद पाकिस्तानी एयर डिफेंस सिस्टम एक्टिव कर दिया गया।
सीजफायर के लिए अमेरिका ने मध्यस्थता की। शनिवार शाम 5:30 बजे यूएस राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। उन्होंने बताया, "यूएसए की मध्यस्थता में रातभर चली लंबी बातचीत के बाद मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान तुरंत और पूरी तरह हमले रोकने के लिए तैयार हो गए हैं। मैं दोनों देशों को कॉमनसेंस, समझदारी से भरा फैसला लेने के लिए बधाई देता हूं।"
शहबाज शरीफ के संबोधन से मुख्य बातें
- शहबाज शरीफ के बोलने से पहले, भारत के विदेश सचिव ने पाकिस्तान से "उल्लंघनों को संबोधित करने" का आह्वान किया और दावा किया कि दोनों देशों के बीच पहले बनी "समझौते का बार-बार उल्लंघन" हुआ है।
- शरीफ ने विक्रम मिस्री द्वारा कही गई बातों पर कोई टिप्पणी नहीं की, लेकिन उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने "ऐतिहासिक जीत" हासिल की है।
- उन्होंने दावा किया कि पिछले कुछ दिनों में "मस्जिदों को नष्ट कर दिया गया है" - जिसे भारत ने पहले ही खारिज कर दिया था।
- शरीफ ने पाकिस्तान की सेना, नौसेना और सशस्त्र बलों के कई वरिष्ठ अधिकारियों के प्रति आभार व्यक्त किया।
- उन्होंने कहा कि युद्ध विराम का समझौता "सभी के लाभ के लिए" किया गया है।
- उन्होंने "युद्ध विराम में महत्वपूर्ण भूमिका" निभाने के लिए डोनाल्ड ट्रम्प की प्रशंसा की, साथ ही सऊदी अरब, चीन, तुर्की, कतर और यूके सहित देशों को धन्यवाद दिया।