अब ट्विटर करेगा  भविष्यवाणी, बताएगा कौन सा आंदोलन होगा हिंसक

punjabkesari.in Sunday, May 27, 2018 - 12:30 PM (IST)

लॉस एंजेल्सः दिल की भड़ास निकालने का जरिया  ट्विटर अब सोशल मीडिया साइट्स पर डाली जाने वाली पोस्ट से भविष्यवाणी भी करेगा। हो गए न हैरान लेकिन ये सच है कि ट्विटर सोशल मीडिया साइट्स पर डाली जाने वाली पोस्ट से  बताएगा एक विरोध प्रदर्शन या आंदोलन हिंसक हो सकता है या नहीं। यह खुलासा एक अध्ययन में हुआ है। शोधकर्ताओं ने कहा कि जब लोग इस मुद्दे को नैतिकता से जोड़ देते हैं, तो उनके हिंसा का समर्थन करने की संभावना अधिक होती है।

इतना ही नहीं,  लोग यह भी मानते हैं कि उनके सोशल नेटवर्क से जुड़े अन्य लोग भी उस मुद्दे को नैतिकता से जोड़ेंगे। चरम आंदोलन या विरोध प्रदर्शन सोशल नैटवर्क के जरिए से उभर सकते हैं। अमरीका में सदर्न कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के शोधकर्ता मोर्टेजा देहघानी ने कहा कि हमने हाल के वर्षों में इसके कई उदाहरण देखे हैं। उदाहरण के लिए बाल्टीमोर और चार्लोट्सविले के विरोध प्रदर्शन, जहां लोगों की धारणाएं उनके सोशल नैटवर्क की एक्टीविटीज से प्रभावित होती हैं। लोग दूसरों की पहचान करते हैं, जो उनकी मान्यताओं या विचारों को साझा करते हैं और इसकी व्याख्या वे सर्वसम्मति के रूप में करते हैं। देहघानी ने कहा कि इन अध्ययनों में हम देखते हैं कि इससे संभावित खतरनाक परिणाम हो सकते हैं।

नैतिक भाषा का पता लगाने के लिए वैज्ञानिकों ने बाल्टीमोर विरोध प्रदर्शन के दौरान 18 मिलियन ट्वीट्स का विश्लेषण किया, जो साल 2015 के दौरान किए गए थे। नेचर ह्यूमन बिहेवियर जर्नल में यह शोध प्रकाशित हुआ है। इसमें पाया गया कि मॉरल ट्वीट्स और गिरफ्तारी की संख्या के बीच जांच की गई थी, जो हिंसा के लिए एक प्रॉक्सी थी।एक और हिंसक उदाहरण अरब क्रांति है, जो 2010 के अंत में ट्यूनीशिया में शुरू हुई थी। इसकी वजह से मिस्र और लीबिया समेत कई अन्य देशों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे और नतीजतन उन देशों के नेतृत्व में बदलाव आया। सीरिया में संघर्ष एक युद्ध में तब्दील हो गया, जिसमें हजारों लोगों की मौत हुई और हजारों शरणार्थियों को विस्थापित होना पड़ा।
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Tanuja

Recommended News

Related News