संकट में यूरोप ! जर्मन में तुर्की समर्थक लोगों ने किया प्रदर्शन (Video)
punjabkesari.in Tuesday, Jul 04, 2023 - 06:53 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः स्वीडन में कुरान जलाने के मामले की आंच अब जर्मन तक पहुंच गई है। जर्मन में भी प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतर आए हैं। इस रोष रैली में लोग तुर्की का झंडा और उसके राष्ट्रपति रेचेप तैय्यप एर्दोगन की तस्वीर वाला बैनर लिए 'अल्लाहु अकबर' चिल्ला रहे हैं। रोष रैली का वीडियो ट्विटर पर शेयर किया गया है जिसकी कैप्शन में लिखा गया है कि यूरोप बहुत बड़े संकट में है। ये तुर्की नहीं जर्मनी है। दरअसल स्वीडन में कुरान को जलाने के विरोध में जर्मन में बसे तुर्की के लोग रोष जाहिर कर रहे हैं। इस वीडियो पर यूजर्स द्वारा टिप्पणियों की बाढ़ आ गई है।
This is not Turkey.
— Paul Golding (@GoldingBF) July 4, 2023
These protesters yelling ‘Allahu Akbar’ are in Germany.
Europe is in big, big trouble. pic.twitter.com/arvGtngrRz
एक यूजर ने लिखा मैंने एक बार इन लोगों को समझने की कोशिश की। एक जर्मन शहर में तुर्की का झंडा लहराते हुए अल्लाहु अकबर चिल्लाते हुए ये कौन लोग है? यदि तुर्की इतना महान देश है तो ये लोग प्रवास क्यों करते हैं । “क्या आप शायद मुफ़्त घर चाहेंगे? शायद दो?, शायद कुछ लाभ? शायद एक नई कार? “ एक अन्य यूजर ने लिखा तुर्की के आधे मतदाता उनसे नफरत करते हैं। वे जर्मन चुनावों में बायीं ओर मतदान करते हैं और वे तुर्की चुनावों में दायीं ओर मतदान करते हैं। मैं तुर्की में रहता था, मैंने देखा है कि कई बार लोगों को यह स्वीकार करने में शर्म आती है कि उनके वहां रिश्तेदार हैं। हर कोई नहीं: जर्मनी में तुर्कों के बीच महान लोग भी हैं।
बता दें कि स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में बकरीद की छुट्टी के मौके पर कुछ प्रदर्शनकारियों ने इस्लाम के पवित्र ग्रंथ कुरान का फिर से अपमान किया है। एक व्यक्ति ने सेंट्रल मस्जिद के अंदर पहले कुरान को फाड़ा और फिर जला दिया। बुधवार कोई हुई इस घटना के बाद उसका तुर्की के साथ विवाद बढ़ता दिख रहा है। तुर्की के विदेश मंत्री हाकन फिदान ने एक ट्वीट में स्वीडन में हुई घटना की निंदा की। उन्होंने कहा कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर इस्लाम विरोधी विरोध प्रदर्शन की अनुमति देना हरगिज बर्दाश्त नहीं है। स्वीडन की पुलिस की तरफ से इस प्रदर्शन को मिली मंजूरी के बाद इस घटना को अंजाम दिया गया है। हालांकि बाद में पुलिस ने बाद में उस व्यक्ति पर जातीय या राष्ट्रीय समूह के खिलाफ हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है। गौरतलब है कि इन दिनों यूरोपीय देश फ्रांस भी एक युवक की हत्या के बाद हिंसक प्रदर्शनों की आग में झुलस रहा है ।