पाकिस्तान पर भारत की एयरस्ट्राइक से उठा वैश्विक तूफान, "सिंदूर" पर चीन और तुर्की की मीडिया में खलबली
punjabkesari.in Wednesday, May 07, 2025 - 12:06 PM (IST)

Bejing: भारत द्वारा आतंक के खिलाफ चलाए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में किए गए एयरस्ट्राइक पर न केवल पड़ोसी देश बौखलाए हैं, बल्कि चीन और तुर्की जैसे पाकिस्तान के घनिष्ठ सहयोगी भी इस घटनाक्रम को लेकर अपने-अपने सरकारी मीडिया के जरिए विश्व समुदाय के सामने पाकिस्तान का पक्ष रख रहे हैं । वहीं इन देशों के मीडिया में भारत की सैन्य कार्रवाई की गंभीर कवरेज भी देखने को मिल रही है।
क्या है ऑपरेशन सिंदूर?
मंगलवार की देर रात 1:30 बजे भारत की थल, वायु और नौसेना की संयुक्त टुकड़ी ने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों के 9 प्रशिक्षण शिविरों को एयरस्ट्राइक से ध्वस्त कर दिया। इनमें से 4 ठिकाने पाकिस्तान में और 5 पाक-अधिकृत कश्मीर में स्थित थे।यह ऑपरेशन उन *वीर जवानों की विधवाओं को समर्पित था, जिनके पति 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में एक आतंकी हमले में शहीद हो गए थे। इस अभियान को ऑपरेशन सिंदूर’ नाम दिया गया, जो प्रतीक है बलिदान और प्रतिशोध के प्रतीक 'सिंदूर' का।
वैश्विक मीडिया की प्रतिक्रिया
भारत की इस कार्रवाई पर दुनियाभर की मीडिया में व्यापक कवरेज हो रही है। खासतौर पर चीन और तुर्की के सरकारी और प्रभावशाली मीडिया आउटलेट्स ने इस पर विशेष रिपोर्ट्स प्रकाशित की हैं।
चीन की मीडिया भारत की शक्ति को दिखाया
शिन्हुआ (Xinhua) चीन की सरकारी समाचार एजेंसी की रिपोर्ट में कहा गया कि “भारत सरकार ने बुधवार को पाकिस्तान में 9 आतंकी ट्रेनिंग कैंप्स पर एयरस्ट्राइक की पुष्टि की है।” साथ ही लिखा गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने व्यक्तिगत रूप से इस ऑपरेशन की निगरानी की। ऑपरेशन को "उन महिलाओं को समर्पित" बताया गया जिनके पति हालिया आतंकी हमले में मारे गए थे। Global Times चीन सरकार का मुखपत्र ने अपनी रिपोर्ट में हेडलाइन दी “पाकिस्तानी ठिकानों पर भारत के मिसाइल हमले में 8 मरे, 35 घायल और 2 लापता।” चश्मदीदों के हवाले से बताया गया कि रावलपिंडी के ऊपर मिसाइलें देखी गईं। यह भी पुष्टि की कि हमला भारत के प्रधानमंत्री की निगरानी में हुआ। China Daily ने पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की प्रतिक्रिया को प्रमुखता दी जिसमें उन्होंने इसे संप्रभुता का उल्लंघन और यूएन चार्टर का उल्लंघन बताया।
तुर्की की मीडिया
तुर्की मीडिया ने पाकिस्तान के पक्ष में रिपोर्ट की लेकिन भारत की ताकत को नजरअंदाज नहीं किया तुर्की के सरकारी ब्रॉडकास्टर TRT World ने पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार से बातचीत करते हुए दावा किया कि “पाकिस्तानी सेना भारत की आम नागरिकों को टारगेट करने वाली मिसाइलों को जवाब दे रही है।” अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बयान प्रकाशित किया गया, जिसमें उन्होंने कहा कि “भारत-पाकिस्तान का यह टकराव शर्मनाक है। मुझे उम्मीद है कि तनाव बहुत जल्द खत्म होगा।” तुर्की के विदेश मंत्री हकान फिदान और पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार के बीच हुई बातचीत की भी जानकारी दी गई।
तुर्की के प्रभावशाली अखबार Daily Sabah ने रिपोर्ट में हेडलाइन दी“भारत ने पाकिस्तान पर एयरस्ट्राइक की, पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई की कसम खाई।” लिखा गया कि भारत पर दबाव था कि वह कश्मीर में हुए पर्यटकों पर हमले का जवाब दे। यह भी बताया गया कि हमले के तार लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकवादी संगठन से जुड़े हैं, जिसे संयुक्त राष्ट्र भी आतंकवादी घोषित कर चुका है।
सोशल मीडिया और गूगल ट्रेंड में भी भारत
भारत के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान में गूगल पर "Sindoor meaning in Urdu" और "Sindoor kya hota hai?" जैसे सवालों की बाढ़ आ गई। यह दर्शाता है कि भारतीय सांस्कृतिक प्रतीकों ने दुश्मन देश में भी जिज्ञासा पैदा कर दी है। भारत ने स्पष्ट किया कि यह एक प्राकृतिक और आवश्यक जवाबी कार्रवाई थी। विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह हमला सिर्फ आतंकी ठिकानों पर केंद्रित था और इसका उद्देश्य नागरिकों को नुकसान पहुंचाना नहीं था।