तालिबान ने Pak को चखाया मजा ! पाकिस्तानी सैनिकों को खदेड़ चौकी पर किया कब्जा, मनाया जश्न, देखें VIDEO
punjabkesari.in Tuesday, Dec 31, 2024 - 12:08 PM (IST)
Peshawar: पाकिस्तान और अफगानिस्तान के जंग जैसे हालात नजर आ रहे हैं। तालिबान ने पाकिस्तान की नाक में दम कर दिया है। तालिबान लड़ाकों ने पाकिस्तानी पोस्टों पर ताबड़तोड़ हमले किए हैं। इस बीच तालिबान की तरफ से दावा किया जा रहा है कि उसके लड़ाकों ने पाकिस्तान के बाजौर में चौकी पर भी कब्जा कर लिया है। तालिबान लड़ाके डूरंड लाइन क्रॉस कर पाकिस्तान में कहर बरपा रहे हैं। इस बीच तालिबान से जुड़े तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) ने अफगानिस्तान सीमा के पास स्थित एक पाकिस्तानी चौकी पर कब्जा करने का कथित वीडियो जारी किया है। सोशल मीडिया पर यह वीडियो जमकर वायरल हो रहा है।
🔴 #BREAKING New viral videos of Pakistani Taliban taking over a military checkpost in #Bajaur. Such repeated failures happen mainly because #PakistanArmy is too busy playing politics & oppressing citizens of the country while not doing its actual job on the borders of Pakistan pic.twitter.com/7vt2KzCEHq
— Taha Siddiqui (@TahaSSiddiqui) December 30, 2024
तहरीक-ए-तालिबान के सूत्रों ने दावा किया है कि उन्होंने सोमवार को उत्तर-पश्चिम पाकिस्तान के कबायली जिले बाजौर में पाकिस्तानी चौकी पर कब्जा कर लिया है। इस बीच पाकिस्तान के एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि इस चौकी को खाली करवाया गया था और यहां से सुरक्षाकर्मियों को दूसरी जगह स्थानांतरित कर दिया गया था। चौकी खाली कराने की प्रक्रिया सिर्फ बाजौर तक ही सीमित नहीं थी बल्कि यह उत्तरी और दक्षिणी वजीरिस्तान जिलों में भी की गई थी।
गौरतलब है कि, पाकिस्तानी सेना और अफगान लड़ाकों के बीच विवाद तब शुरू हुआ जब तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने हाल ही में वजीरिस्तान के मकीन इलाके में पाकिस्तानी सेना के 30 जवानों को मार गिराया था। इसके जवाब में पाकिस्तान ने हवाई हमला किया था। पाकिस्तान की ओर से किए गए हमले में महिलाओं और बच्चों की मौत हुई थी। टीटीपी के सूत्रों ने दावा किया है कि उन्होंने सोमवार को उत्तर-पश्चिम पाकिस्तान के कबायली जिले बाजौर में चौकी पर कब्जा कर लिया है। पाकिस्तान के एक वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि इस चौकी को खाली करवाया गया था और यहां से सुरक्षाकर्मियों को दूसरी जगह स्थानांतरित कर दिया गया था। चौकी खाली कराने की प्रक्रिया सिर्फ बाजौर तक ही सीमित नहीं थी बल्कि यह उत्तरी और दक्षिणी वजीरिस्तान जिलों में भी की गई थी।