ट्रंप ''बिना शर्त'' और ''किसी भी वक़्त'' रुहानी से मुलाकात को तैयार

punjabkesari.in Tuesday, Jul 31, 2018 - 12:39 PM (IST)

वॉशिंगटनः अमरीका के ईरान परमाणु संधि से बाहर होने के बाद बीते मई से दोनों देशों के बीच संबंधों में खटास लगातार बढ़ रही है। दोनों देशों द्वारा एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी का क्रम जारी है ।  लेकिन इसी बीच  अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी से मुलाक़ात की पेशकश की है। अब राष्ट्रपति ट्रंप का अहम बयान आया है कि वो 'बिना किसी शर्त' और 'किसी भी वक़्त' ईरान के राष्ट्रपति से मिलने के लिए तैयार हैं। 

व्हाइट हाउस में इटली के प्रधानमंत्री के साथ आयोजित एक प्रेस वार्ता में  ट्रंप ने कहा, "मैं मुलाक़ात में भरोसा रखता हूं, मैं किसी से भी मिल सकता हूं,  अगर वो चाहेंगे तो हम मिल सकते ।"ट्रंप ने कहा कि वो पुरानी परमाणु संधि की जगह कुछ बेहतर हल निकालने के लिए बातचीत करना चाहते हैं। हालांकि, ईरानी राष्ट्रपति के सलाहकार हामिद अबूतलेबी ने कहा है कि किसी भी बातचीत का रास्ता तैयार करने से पहले अमरीका को परमाणु समझौते पर वापस लौटना चाहिए।

अमरीकी राष्ट्रपति की इस पेशकश से कुछ घंटे पहले ही ईरान के विदेश मंत्री ने अमरीका के साथ किसी भी तरह की बातचीत की संभावना से इंकार किया था। 
महीने की शुरुआत में हसन रुहानी ने अमरीका को धमकी भरे लहज़े में कहा था, "अमरीका को पता होना चाहिए कि ईरान के साथ शांति रखेंगे तो पूरी दुनिया में शांति रहेगी और अगर ईरान के साथ युद्ध किया तो जंग बड़ा रूप ले सकती है।"इसके जवाब में ट्रंप ने भी ईरान के राष्ट्रपति को चेतावनी देते हुए लिखा था कि अमरीका को 'कभी भी' डराने की कोशिश न करें। उन्होंने ईरान को ऐसे परिणाम भुगतने की धमकी दी थी जो आज तक किसी ने नहीं भुगते होंगे।

2015 के समझौते में शामिल दूसरे देशों की आपत्तियों के बावजूद अमरीका ईरान के तेल, विमान निर्यात और बहुमूल्य धातुओं के व्यापार पर प्रतिबंध लगाने जा रहा है।दोनों देशों के बीच विवाद का एक और बड़ा कारण है। अमरीका को शक है कि ईरान मध्य-पूर्व में संदिग्ध गतिविधियां कर रहा है। इसी वजह से अमरीका ने ईरान के दुश्मन देशों इसराइल और सऊदी अरब से हाथ मिलाया है। हालांकि, ईरान का दावा है कि उसका परमाणु कार्यक्रम एकदम शांतिपूर्ण है।


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Tanuja

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