ट्रंप ने ट्वीटर पर निकाली ट्रूडो के खिलाफ भड़ास, अपमानजनक शब्दों का किया इस्तेमाल
punjabkesari.in Sunday, Jun 10, 2018 - 03:52 PM (IST)
वॉशिंगटनः कनाडा में आयोजित जी-7 देशों का 2 दिवसीय शिखर सम्मेलन जंग का अखाड़ा बन गया। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो टैरिफ मसले पर टकराव के मूड में आ गए हैं। इस लड़ाई में ट्रंप ने ट्रूडो के खिलाफ अपमानजन शब्दों का इस्तेमाल करते उनको बेईमान और कमजोर तक कह दिया है।
दरअसल, पिछले हफ्ते ही अमरीका ने यूरोपीय यूनियन, कनाडा और मेक्सिको से स्टील और एल्यूमीनियम आयात करने पर टैरिफ लगाने का फैसला किया है। जस्टिन ट्रूडो ने अमरीका के इस फैसले पर सवाल उठाते हुए माकूल जवाब देने की बात कह डाली। उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा के नाम पर लिए गए इस फैसले को अमरीका के सहयोगियों के साथ युद्ध में हिस्सा ले चुके कनाडाई सैन्य कर्मियों का 'अपमान' बताया. इस पर डोनाल्ड ट्रंप बिफर गए और उन्होंने सम्मेलन से जाने के बाद ट्रूडो के खिलाफ कई ट्वीट किए।
PM Justin Trudeau of Canada acted so meek and mild during our @G7 meetings only to give a news conference after I left saying that, “US Tariffs were kind of insulting” and he “will not be pushed around.” Very dishonest & weak. Our Tariffs are in response to his of 270% on dairy!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) June 9, 2018
ट्रंप ने अपने ट्वीट में लिखा कि पीएम जस्टिन ट्रूडो ने जी-7 सम्मेलन के दौरान बहुत की हल्का व्यवहार किया और कहा कि अमरीका ने जो टैरिफ लगाए हैं वो अपमानजनक हैं। ट्रंप ने आगे उन्हें बेईमान और कमजोर लिखते हुए कहा कि हमारे टैरिफ डेयरी पर उनके (ट्रूडो) 270% के बदले हैं।इतना ही नहीं ट्रंप ने जस्टिन ट्रूडो पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में गलत बयान देने का भी आरोप लगाया।न्होंने बताया सच्चाई ये है कि कनाडा अमरीका किसानों, मजदूरों और कंपनियों पर भारी टैरिफ लगा रहा है।
बता दें कि इससे पहले जस्टिन ट्रूडो ने उत्तरी अमरीकी मुक्त व्यापार समझौते (NAFTA) और द्विपक्षीय व्यापार संधि के अमरीका के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था । जिस पर राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा था कि अगर संशोधित NAFTA डील पर हस्ताक्षर किए जाते हैं, तो वह एल्यूमीनियम और इस्पात उत्पादों पर नए लगाए गए 25 प्रतिशत टैरिफ छोड़ देंगे।अब ट्रुडो ने कहा है कि उनका देश (कनाडा) अमरीका के शुल्क लगाए जाने के खिलाफ कार्रवाई करते हुए एक जुलाई से अमेरिकी सामान पर जवाबी शुल्क लगाएगा।