अमेरिका में शटडाउन का खतरा टला, प्रतिनिधि सभा ने 45 दिनों के लिए फंडिंग बिल को दी मंजूरी
punjabkesari.in Sunday, Oct 01, 2023 - 06:44 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः अमेरिका में जो आज से शटडाउन का खतरा मंडराने वाला था वो अब फिलहाल के लिए टल गया है। आज से यहां शटडाउन नहीं लगेगा। सरकारी कामकाज जारी रहेगा। बता दें कि इसके लिए अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में एक विधेयक पारित किया गया है। प्रतिनिधि सभा ने इस विधेयक को मंजूरी प्रदान कर दी। इसके पक्ष में 335 जबकि विरोध में 91 वोट पड़े।
#BREAKING Last-gasp measure to avoid US government shutdown passes key vote pic.twitter.com/xZB1JfYXv3
— AFP News Agency (@AFP) September 30, 2023
इसके बाद इस विधेयक को उच्च सदन सीनेट के पास भेज दिया गया है। अगर वहां से इस विधेयक को मंजूरी मिल जाती है तो 17 नवंबर तक अमेरिका में शटडाउन का खतरा टल जाएगा। इसका मतलब ये हुआ कि बाइडेन सरकार अतिरिक्त कर्ज ले सकती है। बता दें कि इस वक्त अमेरिका की अर्थव्यवस्था मुश्किल दौर से गुजर रही है। इस शटडाउन से दुनिया के सबसे ताकतवर मुल्क पर गहरा असर पड़ेगा। सीनेट से भी इस विधेयक को मंजूरी मिलने की उम्मीद है क्योंकि वहां सत्तारूढ़ डेमोक्रैटिक पार्टी का बहुमत है।
यह विधेयक 17 नवंबर तक 45 दिनों के लिए राष्ट्रपति जो बाइडेन के नेतृत्व वाली संघीय सरकार को फंड मुहैया कारएगा। वहीं, सीनेट के प्रस्ताव में रूस के खिलाफ युद्ध लड़ने के लिए यूक्रेन के लिए छह बिलियन डॉलर और अमेरिकी आपदा राहत के लिए छह बिलियन डॉलर की राशि का प्रावधान किया गया है।
भारी खर्च में कटौती की मांग से पीछे हटे रिपब्लिकन
हाउस स्पीकर केविन मैक्कार्थी के भारी खर्च में कटौती की मांग से पीछे हटने के बाद ही विधेयक पास हो सका। मैकार्थी ने सदन में मतदान से पहले कहा, हम अपनी जिम्मेदारी निभाने जा रहे हैं। हम सदन में समझदारी दिखाएंगे और सरकार का साथ देंगे। इससे पहले, न्यूयॉर्क के डेमोक्रेटिक सांसद हकीम जेफरीज ने कहा था, अमेरिकी लोग बेहतर के हकदार हैं। लेकिन 'अतिवादी' रिपब्लिकन शटडाउन का जोखिम बढ़ा रहे हैं।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, अगर अमेरिका में एक अक्तूबर से शटडाउन लागू होता है तो सभी गैर-जरूरी सेवाएं बंद हो जाएंगी। अमेरिकी संसद में सरकार को खर्चों के लिए फंड जारी करने से संबंधित विधेयक पास न होने तक या सरकार को अतिरिक्त कर्ज लेने की मंजूरी न मिलने तक यह शटडाउन जारी रह सकता है। अगर ऐसा होता है तो इसका असर अमेरिका की अर्थव्यवस्था के साथ-साथ दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं पर पड़ सकता है।