No Farmers No Food ! ब्रिटेन में हजारों किसानों ने ट्रैक्टरों सहित संसद के बाहर किया प्रदर्शन (Video)
punjabkesari.in Tuesday, Nov 19, 2024 - 07:15 PM (IST)
London: हजारों ब्रिटिश किसानों ने मंगलवार को संसद के बाहर प्रदर्शन किया, जिसमें उन्होंने एक नए कर नियम के खिलाफ आवाज उठाई। उनका कहना है कि यह नियम पारिवारिक खेती को बर्बाद कर देगा। किसान "बैनर," "टॉय ट्रैक्टर" और नारों के साथ सड़कों पर उतरे। सरकार के फैसले से गुस्साए किसानों का कहना है कि अगर उनकी बात नहीं सुनी गई, तो वे बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे। सरकार ने हाल ही में बजट में एक पुराने कर छूट नियम को समाप्त करने का फैसला किया है। यह नियम कृषि भूमि को "इनहेरिटेंस टैक्स" से छूट देता था। अप्रैल 2026 से, 10 लाख पाउंड (लगभग ₹13 करोड़) से अधिक मूल्य वाली कृषि भूमि पर मालिक की मृत्यु के बाद इसे अगली पीढ़ी को देने पर 20% टैक्स लगेगा।
🚨🇬🇧BRITAIN’S FARMERS PROTEST TAXES THAT COULD WIPE THEM OUT
— Mario Nawfal (@MarioNawfal) November 19, 2024
The new inheritance tax might force their farms to shut down entirely. The protesters warned the measures threaten the future of UK agriculture.pic.twitter.com/bSv9Mq6hoo https://t.co/JBLBllWRrG
किसानों का कहना है कि यह नियम उनके लिए "अंतिम झटका" साबित होगा। प्रदर्शन के सह-आयोजक ओल्ली हैरिसन ने कहा, **"हर कोई नाराज है। हम सड़कों को जाम करने और फ्रांस के किसानों जैसे विरोध की तैयारी में हैं। किसानों ने डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर प्रदर्शन किया। कुछ ट्रैक्टरों पर "द फाइनल स्ट्रॉ" और "नो फार्मर्स, नो फूड" जैसे नारों के पोस्टर लगे हुए थे। बच्चों ने छोटे ट्रैक्टरों के साथ संसद स्क्वायर के आसपास मार्च निकाला। मशहूर टीवी होस्ट और किसान जेरेमी क्लार्कसन भी इस रैली में शामिल हुए। 1,800 किसानों को नेशनल फार्मर्स यूनियन (NFU) ने संसद के अंदर जाकर सांसदों से बात करने का मौका दिया।
NFU के अध्यक्ष टॉम ब्रैडशॉ ने कहा, "यह नीति ब्रिटेन की खाद्य सुरक्षा को खतरे में डाल रही है।" किसानों का कहना है कि ब्रेक्सिट, जलवायु परिवर्तन और वैश्विक अस्थिरता के कारण उनकी आर्थिक स्थिति पहले से ही खराब है। अब यह नया कर नियम उनके लिए "असहनीय" है। किसानों की औसत आय पहले से ही कम हो गई है। उदाहरण के लिए, मवेशी पालने वाले किसानों की औसत आय केवल 17,000 पाउंड (₹21 लाख) है। प्रधानमंत्री कीर स्टारमर की सरकार का कहना है कि 75% किसानों पर यह कर लागू नहीं होगा।
इसके अलावा, कई छूट के कारण किसान दंपति अपनी संपत्ति का 30 लाख पाउंड (₹39 करोड़) तक टैक्स-मुक्त हस्तांतरण कर सकते हैं। पर्यावरण मंत्री स्टीव रीड ने कहा, "यह कर उन अमीर लोगों से वसूला जाएगा जिन्होंने निवेश के लिए कृषि भूमि खरीदी है। इससे युवा किसानों के लिए जमीन खरीदना महंगा हो गया है।" किसानों का कहना है कि कृषि भूमि का कागजी मूल्य अधिक हो सकता है, लेकिन उनकी वास्तविक आय बहुत कम होती है। अगर यह नियम वापस नहीं लिया गया, तो वे बड़े पैमाने पर प्रदर्शन करेंगे।