ब्रिटेन ने ‘ऑपरेशन सिंदूर' के बाद भारत-पाक के लिए रखा ऑफर, कतर ने कहा-हम सिर्फ PM मोदी के साथ

punjabkesari.in Wednesday, May 07, 2025 - 06:06 PM (IST)

London: भारत के सशस्त्र बलों द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर किए मिसाइल हमले के बाद ब्रिटेन  ने बुधवार को कहा कि वह संवाद और तनाव कम करने की दिशा में भारत और पाकिस्तान दोनों का समर्थन करने के लिए तैयार है। व्यापार एवं वाणिज्य मंत्री जोनाथन रेनॉल्ड्स ने जम्मू-कश्मीर की स्थिति को बेहद चिंताजनक बताया और बीबीसी से कहा कि विदेश मंत्री डेविड लेमी ने दोनों देशों से संपर्क किया है। रेनाल्ड्स ने कहा, “हम दोनों देशों के मित्र हैं, साझेदार हैं। हम दोनों देशों का समर्थन करने के लिए तैयार हैं। दोनों देशों की क्षेत्रीय स्थिरता, वार्ता और तनाव कम करने में गहरी रुचि है और हम इसके समर्थन में जो कुछ भी कर सकते हैं, करेंगे।”

 

ऑपरेशन सिंदूर के बाद स्कॉटलैंड के प्रथम मंत्री जॉन स्विनी ने सोशल मीडिया पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “मैं आज रात कश्मीर में हुई घटनाओं से बहुत चिंतित हूं और संघर्ष से बचने के लिए शांति व बातचीत का आग्रह करता हूं।" स्कॉटलैंड के प्रथम मंत्री का पद प्रधानमंत्री के समकक्ष होता है। लेबर पार्टी की सरकार के सांसदों में से स्टेला क्रेसी ने सभी संबंधित पक्षों से संयम बरतने का आह्वान किया और कहा, “भारत सरकार द्वारा आज रात जम्मू कश्मीर में सैन्य हवाई हमले किए जाने से मैं बहुत चिंतित हूं। दुनिया इस संघर्ष को बढ़ता देख चुप नहीं रह सकती और साथ ही इस क्षेत्र में निर्दोष नागरिकों को नुकसान पहुंचने का खतरा भी बढ़ रहा है। सभी संबंधित पक्षों को संयम बरतना चाहिए।” 

 

इससे पहले  मंगलवार देर रात कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फोन कर  भारत को पूर्ण समर्थन देने की घोषणा की है। यह कॉल ऐसे समय पर आया है जब भारत ने पाकिस्तान और PoK में आतंकवादी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की है।  कतर ने  भारत के लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त की। अमीर ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत अकेला नहीं है। कतर ने न्याय की मांग करते हुए भारत के साथ खड़े रहने का वादा किया।


  
कतर क्यों है महत्वपूर्ण?
कतर दुनिया के सबसे अमीर देशों में से एक है, जिसकी अर्थव्यवस्था गैस और तेल से बेहद मजबूत है। यह देश OIC (इस्लामिक देशों का संगठन)  में भी बड़ा प्रभाव रखता है। आमतौर पर इस्लामिक देशों में पाकिस्तान को समर्थन मिलता रहा है, लेकिन कतर का भारत के पक्ष में आना  पाकिस्तान के लिए बड़ा झटका है। कतर की यह कूटनीतिक घोषणा पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर अलग-थलग  कर सकती है।अब OIC जैसे मंचों पर भी भारत की स्थिति मजबूत होगी और  पाकिस्तान पर दबाव बढ़ेगा कि वह आतंकवाद को समर्थन देना बंद करे। 

 


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Content Writer

Tanuja

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