पिज्जा डिलीवरी करने वाले पाकिस्तानी जनरल ने बनाया भ्रष्टाचार का नया रिकॉर्ड, 4 देशों में खरबों की अकूत संपत्ति
punjabkesari.in Saturday, Aug 29, 2020 - 12:10 PM (IST)

पेशावरः पाकिस्तान के नेताओं समेत सेना के बड़े अधिकारी भ्रष्टाचार में फंसे हैं और उन्होंने बेहद कम समय में अकूत संपत्ति बनाई है। लेकिन इस बार चीन से मिलकर पाकिस्तानी सेना के एक पूर्व जनरल ने इतनी ज्यादा संपत्ति बना ली है कि इसके खुलासे ने पाकिस्तानी सियासत में भूचाल ला दिया है। पाकिस्तानी सेना से रिटायर होने के बाद चीन-पाकिस्तान इकॉनॉमिक कॉरीडोर (CPEC) के चेयरमैन बनाए जनरल असीम सलीम बाजवा और उनके परिवार ने 99 कंपनियां और 133 रेस्त्रां बनाकर भ्रष्टाचार का नया रिकॉर्ड बनाया है।
रिपोर्ट के मुताबिक जनरल बाजवा ने जब इमरान के विशेष सलाहकार के तौर पर शपथ ली थी तो उनके पास कोई संपत्ति नहीं थी। ऐसा उन्होंने अपने शपथपत्र में दावा किया था कि न तो उनकी और न ही उनकी पत्नी या परिवार के किसी सदस्य की पाकिस्तान के बाहर कोई संपत्ति है। सेना में आने से पहले बाजवा एक पिज्जा कंपनी में डिलिवरी ब्यॉय का काम करते थे और देखते ही देखते उनके भाइयों ने और परिवार के दूसरे सदस्यों ने पापा जॉन पिज्जा कंपनी की चेन खड़ी कर ली। पाकिस्तान की एक चर्चित वेबसाइट फैक्ट फोकस ने ये खुलासा किया है कि बाजवा का कारोबार चार देशों में फैला है और कुछ ही सालों में इस जनरल ने खरबों की संपत्ति बना ली है। असीम बाजवा पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता भी रह चुके हैं।
उस समय यानी 2002 में बाजवा तत्कालीन सेना प्रमुख जनरल परवेज मुशर्रफ के साथ लेफ्टिनेंट कर्नल हुआ करते थे। आज बाजवा की पत्नी और उनके भाइयों के पास 133 पिज्जा रेस्त्रां हैं और वे 99 कंपनियों के मालिक हैं। इनके रेस्त्रां की मौजूदा कीमत करीब 4 करोड़ डॉलर बताई जा रही है। हैरानी की बात यह है कि बाजवा प्रधानमंत्री इमरान खान के बेहद खास लोगों में हैं और उनके अहम सलाहकार हैं। चीन के साथ जो इन दिनों पाकिस्तान के बेहतरीन आर्थिक रिश्ते नजर आ रहे हैं, उनमें बाजवा की भूमिका अहम है। असीम बाजवा CPEC के चेयरमैन अपने इसी हुनर की बदौलत बनाए गए हैं और इसी वजह से चीन पाकिस्तान में अरबों डॉलर का निवेश कर रहा है। जाहिर है, ऐसे में बाजवा इमरान के लिए कितने अहम हैं, समझा जा सकता है। बाजवा की कंपनी का नाम है बाजको ग्रुप ऑफ कंपनीज और पाकिस्तान के बाहर अमेरिका, कनाडा और UAE में इनकी अहम शाखाएं मौजूद हैं। इनकी कीमत अरबों रुपये है।
इधर हाल ही की खबरों पर अगर गौर करें तो सलीम बाजवा पाकिस्तान के लिए बहुत अहम किरदार हैं और आम लोगों को नौकरियां देने का भी दावा करते रहते हैं। बतौर CPEC चेयरमैन अभी दो दिन पहले ही बाजवा ने ट्वीट किया है कि चीन की मदद से पाकिस्तान के युवाओं के लिए 1100 से ज्यादा नई नौकरियां मिलने जा रही हैं। उन्होंने कहा है कि शंघाई इलेक्ट्रिक कंपनी का कामकाज तेजी से शुरू हो चुका है और पाकिस्तान के युवा वहां निकली 1100 से ज्यादा नौकरियों के लिए आवेदन कर सकते हैं। जाहिर है बाजवा ने जिस तरह चीन को पाकिस्तान के करीब लाने में अहम भूमिका निभाने के साथ ही अपने परिवार का खजाना भी भरा है और भ्रष्टाचार के कई आरोपों से घिरे हैं, उससे पाकिस्तान की सियासत गरमाने लगी है। विपक्ष ने उन्हें हटाने की मांग तेज़ कर दी है।