तालिबान को पंजशीर में संघर्ष विराम का उल्लंघन पड़ा भारी
punjabkesari.in Sunday, Aug 29, 2021 - 11:49 AM (IST)
इंटरनेशनल डेस्कः तालिबान द्वारा अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में कब्जा किए जाने के बाद देश के हालात बदल गए हैं। राजधानी काबुल में अफगान नागरिकों के बीच दहशत का माहौल है। अफगान नागरिक तालिबान के डर से देश छोड़ने को मजबूर हैं लेकिन पंजशीर प्रांत के अफगानियों के नेतृत्व वाले रेजिस्टेंस फ्रंट के साथ संघर्ष विराम का उल्लंघन करने पर तालिबान को भारी पड़ गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि तालिबान ने पंजशीर प्रांत की सीमा पर हमला किया। इसके जवाब में नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट (एनआरएफ) के लड़ाकों ने भी जबर्दस्त जवाबी हमला किया और तालिबान आतंकियों को पीछे हटने को मजबूर कर दिया है। इस बीच अफगानिस्तान के कपिसा प्रांत में तालिबान और रेजिस्टेंस बलों के बीच भीषण लड़ाई होने की खबर है। स्थानीय मीडिया के मुताबिक इस लड़ाई में तालिबान को भारी नुकसान हुआ है और उसके कई आतंकी मारे गए हैं।
यह घटना ऐसे समय हुई है जब तालिबान का दूसरे नंबर का नेता मुल्ला अब्दुल गनी बरादर कापुल से कंधार लौट गया है। मीडिया के पंजशीर के शेर के नाम से मशहूर रहे अहमद शाह मसूद के बेटे अहमद मसूद और अफगानिस्तान के पहले उप राष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह के नेतृत्व में रेजिस्टेंस फ्रंट ने तालिबान के खिलाफ युद्ध का एलान किया है। अहमद शाह मसूद को तालिबान ने अल कायदा के साथ मिल कर मार दिया था।
बता दें कि पंजशीर प्रांत अभी तालिबान के कब्जे में नहीं है। वह इस पर कब्जा जमाने की कोशिश कर रहा है। अहमद मसूद के साथ ही सालेह ने तालिबान के सामने सरेंडर करने से इन्कार कर दिया है और लड़ने की बात कही है। हालांकि, तालिबान और पंजशीर के बीच बातचीत की खबरें भी आ रही हैं। पंजशीर में मसूद और सालेह के साथ तालिबान के विरोधी अफगानियों ने एनआरएफ नाम से नया संगठन बनाया है। तालिबान के हमले का जवाब देने के लिए पंजशीर की पहाडि़यों पर अपने लड़ाके तैनात कर दिए हैं।