सीरियाः हिंसक झड़पों में 18 जवान शहीद, सीरियाई रक्षा मंत्रालय ने दी जानकारी
punjabkesari.in Tuesday, Jul 15, 2025 - 06:34 AM (IST)

बेरूत: सीरिया के दक्षिणी प्रांत सुवैदा (Suwayda) में रविवार और सोमवार को हुई हिंसक झड़पों में कम से कम 18 सीरियाई सैनिकों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। यह जानकारी सीरियाई रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता हसन अब्दुल गनी ने दी।
प्रवक्ता के अनुसार, गैरकानूनी सशस्त्र समूहों ने सेना की तैनाती वाली जगहों पर अचानक हमला कर दिया, जब सेना इलाके में संघर्ष समाप्त करने के लिए अपनी ड्यूटी पर तैनात थी। उन्होंने बताया कि झड़पें लंबे समय से चल रही सत्ता के शून्य और कानून-व्यवस्था की बिगड़ी स्थिति के कारण हो रही हैं।
क्या हुआ सुवैदा में?
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रविवार को सशस्त्र गिरोहों ने सुवैदा के कई ड्रूज़ बहुल गांवों पर हमला किया और दमिश्क-सुवैदा हाईवे को अवरुद्ध कर दिया।
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इसके बाद ड्रूज़ समुदाय के सशस्त्र स्वयंसेवकों ने आम नागरिकों की रक्षा के लिए जवाबी कार्रवाई शुरू की।
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सोमवार को झड़प और तेज हो गई, जिसमें मरने वालों की संख्या बढ़कर 30 से अधिक हो गई और 100 से ज़्यादा लोग घायल हो गए।
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घायलों में आम नागरिक, सुरक्षाबल और समुदाय के स्वयंसेवक शामिल हैं।
सरकार की प्रतिक्रिया
सीरियाई रक्षा और गृह मंत्रालय ने इलाके में अतिरिक्त बल तैनात किए हैं और आम नागरिकों की सुरक्षा के लिए 'सेफ कॉरिडोर' (सुरक्षित रास्ते) बनाए हैं ताकि लोग हिंसाग्रस्त इलाकों से बाहर निकल सकें। सरकार ने सभी संघर्षरत पक्षों से संयम बरतने और सेना का सहयोग करने की अपील की है। मंत्रालय ने कहा है कि यदि हिंसा और बढ़ी तो इससे केवल आम जनता की पीड़ा बढ़ेगी।
सीरिया की वर्तमान राजनीतिक स्थिति
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8 दिसंबर 2024 को सीरिया की राजधानी दमिश्क पर सशस्त्र विपक्षी बलों ने कब्जा कर लिया था।
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इसके बाद, राष्ट्रपति बशर अल-असद ने इस्तीफा दे दिया और देश छोड़ दिया।
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जनवरी 2025 में सशस्त्र विपक्ष के नेता अहमद अल-शराआ को अंतरिम राष्ट्रपति घोषित किया गया।
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मार्च 2025 में नई कैबिनेट का गठन हुआ।
यह घटनाक्रम सीरिया में चल रही राजनीतिक और सुरक्षा अस्थिरता की गंभीर स्थिति को दर्शाता है। अब देखना यह है कि नई सरकार इस संकट से निपटने में कितनी सफल होती है।