इस देश में युवाओं के लिए चल रही LOVE स्पैशल ट्रेन, मकसद है बड़ा अनोखा
punjabkesari.in Sunday, Sep 01, 2019 - 10:26 AM (IST)
बीजिंगः अपनी नई-नई तकनीक और अविष्कारों के लिए जाने जाने वाले एक देश का अब एक और अनोखा कदम दुनिया के सामने आया है । दुनिया में सबसे ज्यादा 1.40 अरब आबादी वाले इस देश चीन में एक लव स्पैशल ट्रेन चलाई जा रही है जिसका मकसद भी बड़ा निराला व खास है। इस ट्रेन में इस महीने की शुरुआत में 1,000 से ज्यादा युवा पुरुषों और महिलाओं ने एक साथ यात्रा की। ये ट्रेन कपल्स को प्यार शादी को प्रोत्साहित करने के लिए चलाई गई है। इस ट्रेन का मकसद पर्फेक्ट लाइफ पार्टनर तलाशना है।
दरअसल 1970 के दशक के दौरान अपनाई गई 'एक बच्चे की नीति' (One Child Policy) की वजह से देश में लिंगानुपात खतरे की हद तक बढ़ चुका है। इस अंतर की वजह से वहां लोगों को अच्छे जीवनसाथी ढूंढने में दिक्कत हो रही है। मीडिया के मुताबिक, चोंगकिंग नॉर्थ स्टेशन से कियानजियांग स्टेशन तक की दो दिन और एक रात की ये यात्रा 10 अगस्त को शुरू हुई थी। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 10 डिब्बों वाली इस 'लव-परस्यूट ट्रेन' को तीन साल पहले देश के 200 मिलियन सिंगल लोगों के लिए रोस्टिंग मैच-मेकिंग सेवा के तौर पर लॉन्च किया गया था। तब से इस ट्रेन में 3,000 से अधिक युवाओं ने यात्रा की है और एक-दूसरे से मिलने के बाद 10 से ज्यादा जोड़ों ने शादी की है। इस तरह की गतिविधियां बाकी तरीकों से ज्यादा रचनात्मक हैं।ट्रेन एक मैगपाई पुल की तरह है, जो यात्रा के दौरान एक-दूसरे को जानने के लिए अलग-अलग जगहों के लोगों को एक साथ लाती है।
ट्रेन की खासियतें
इस खास ट्रेन का हिस्सा बने हुआंग सांग नाम के शख्स ने बताया, 'भले ही आप अपने लिए सही जोड़ीदार नहीं खोज पाएं, फिर भी आप ट्रेन में बहुत सारे अच्छे दोस्त बना सकते हैं।' कई तरह के खेल और भोजन विकल्पों के अलावा यात्रियों के पास पारंपरिक प्रदर्शनों को देखने और 1,000 लोगों के साथ भोज का आनंद लेने के लिए प्राचीन 'पानी के शहर' झूओ शुई में भी रुकने का अवसर होता है। यांग हुआन ने कहा कि वह पहले से ही 'लव-परस्यूट ट्रेन' की यात्रा के दौरान खुद को एक अच्छा प्रेमी पाया। उन्होंने बताया, "हमें केवल वापसी यात्रा पर एक-दूसरे का पता चला और हमें मेल खाने वाले मूल्यों का एहसास हुआ।"
कैसे आया आइडिया
30 मिलियन चीनी पुरुषों को एक बच्चे की नीति की वजह से एहसास हुआ कि वो अगले 30 सालों में बिना पत्नी की स्थिति में पहुंच जाएंगे।एक बच्चे वाली नीति को 2016 में खत्म कर दिया गया था।इस नीति की वजह से कई जोड़ों ने लड़का पैदा करने के लिए अजन्मी लड़कियों को गर्भ में ही मार देने का फैसला लिया, जिस वजह से ये जेंडर असंतुलन कायम हुआ।2018 में देश में हर 1,000 में से केवल 7.2 लोगों को शादी करने का अवसर मिला। इन आंकड़ों की वजह से चीन में शादी की दर पिछले एक दशक में सबसे कम रही।