कनाडा में मेडिकल सुविधाओं की कमी कारण बिगड़े हालात, 16 इमरजेंसी विभागों की सेवाएं बंद

punjabkesari.in Sunday, Oct 02, 2022 - 05:29 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः कनाडा में मेडिकल सिस्टम बिगड़ने के चलते यहां आपात चिकित्सा सुविधाओं पर संकट मंडराने लगा है। हालत इतने खराब हो चुके हैं कि मरीजों को इलाज के लिए 100 से 125 घंटे तक का इंतजार करना पड़ रहा है। यहां तक कि ट्रॉमा के मरीजों को भी चार दिन तक इंतजार करना पड़ रहा है।मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक कनाडा में हेल्थ वर्कर्स की भारी कमी है। हालत ये है कि प्राथमिक चिकित्सा से ठीक हो सकने वाले मरीज भी देखभाल के आभाव में बीमार पड़ रहे हैं। देश में लगभग 7500 डॉक्टरों की जरूरत है। 

 

इमरजेंसी वार्ड  बंद करने की नौबत आई
पत्रकारों का आरोप है कि स्वास्थ्य मंत्री से जब इस पर सवाल पूछा गया तो वो बिना जवाब दिए चले गए। 2006 के बाद कनाडा में पहली बार ऐसी स्थिति आई है जब इमरजेंसी वार्ड भी बंद करने की नौबत आ गई है। आलम ये है कि सामान्य तौर पर एक रात और कभी कभी पूरे सप्ताहांत पर इमरजेंसी सेवाएं बंद करनी पड़ रही हैं। नर्सों की भारी कमी के चलते सबसे अधिक आबादी वाले इलाके ओंटारियो में 16 इमरजेंसी विभागों को बंद करना पड़ा। वहीं न्यूफाउलैंड और लैब्राडोर में तीन लाख से अधिक की आबादी पर एकमात्र सामुदायिक अस्पताल 1 जुलाई से 29 अगस्त तक बंद रहा। स्वास्थ्य मंत्री जीन-यवेस डुकोल्स ने पिछले महीने घोषणा कर चीफ नर्सिंग ऑफिसर के पद को पुनः बहाल करने की घोषणा की है। इस पद को सरकार ने दस साल पहले खत्म कर दिया था।

 

स्वास्थ्य मंत्री के बयान का विरोध
ओंटारियो के आपातकालीन चिकित्सक डॉ. रघु वेणुगोपाल का मानना है कि यह सब कुछ राजनीतिक भी है। उन्होंने कहा कि ओंटारियो में 20 से अधिक इमरजेंसी डिपार्टेमेंट को कर्मचारियों की कमी के कारण बंद करने के बावजूद स्वास्थ्य मंत्री का  ये संकट नहीं है,  कहना अनुचित है। कनाडा के मेडिकल एसोसिएशन (CMA) ने भी इसे राष्ट्रीय संकट कहा है। वहीं प्रांतीय नेताओं ने भी इसको लेकर आवाज तेज की है। जुलाई में हुए मंत्रियों के सम्मेलन में स्वास्थ्य बजट को 22% से बढ़ाकर 35% करने का प्रस्ताव प्रस्तुत किया था, लेकिन इस सब पर कनाडा के PM जस्टिन ट्रूडो का कहना है कि इस साल स्वास्थ्य के लिए मिलने वाले 3.70 लाख करोड़ रुपए का सकारात्मक परिणाम देखना चाहते हैं।

 

विदेशों से नर्सों को बुलाने का प्रयास
मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि इससे पहले की सरकारों के बहुत भारी निवेश ने आवश्यक सुधार नहीं किए हैं।  स्वास्थ्य मंत्री जीन-यवेस डुक्लोस लगातार सुधार करने की बात कर रहे हैं। कनाडा में वर्तमान सरकार ने सत्ता संभालने पर सभी प्रांतों के लिए कुल 2.62 लाख करोड़ रुपए के निवेश का वादा किया था। जिसमें 7500 नए फैमिली डॉक्टर और नर्सों को नियुक्त किया जाना था। इस संकट से निपटने के लिए कनाडा की सरकार और देश के स्वास्थ्य अधिकारी ने विदेशों से नर्सों को बुलाने और हाल ही में रिटायर्ड नर्सेज को फिर से नौकरी पर रखने के लिए प्रयास कर रहे हैं। अधिकांश प्रांत अपने स्तर पर ही प्रयास कर रहे हैं। सस्केचेवान प्रांत ने हेल्थ कर्मियों के लिए फंड बढ़ाया है। इसमें नए डॉक्टरों, नर्सेज और अन्य मेडिकल कर्मियों की भर्ती की जाएगी।


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Content Writer

Tanuja

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