शी जिनपिंग के दोबारा चुने जाने के बाद देश छोड़ कर भाग रहे अमीर चीनी लोग: रिपोर्ट
punjabkesari.in Wednesday, Nov 02, 2022 - 05:21 PM (IST)

बीजिंग: पिछले महीने चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (CPC) की 20वीं राष्ट्रीय कांग्रेस के बाद प्रमुख शेयर बाजारों में तेजी से गिरावट आई। इसी बीच चीनी नेता शी जिनपिंग ने ऐतिहासिक तीसरा कार्यकाल हासिल किया। फाइनेंशियल पोस्ट की रिपोर्ट के नुसार कम्युनिस्ट पार्टी की बैठक के बाद शी के फिर राष्ट्रपति चुने जाने के बाद चीन के अमीर लोग देश छोड़ कर भागने लगे हैं । रिपोर्ट्स में कहा गया है कि शंघाई में लग्जरी घरों में बाजार मूल्य से करीब 40 फीसदी की गिरावट आई है और कुछ लोग उन्हें बेच रहे हैं। विश्लेषकों का कहना है कि यह देश में भविष्य की स्थिति को लेकर बाजार के मिजाज का आइना है। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता ने ऐतिहासिक तीसरा कार्यकाल जीतने के बाद एक पूरी तरह से नई टीम चुनी है ताकि इस संभावना को कम किया जा सके कि उन्हें राजनीतिक चुनौती का सामना करना पड़ेगा।
ऐसा इसलिए है क्योंकि शीर्ष नेता के बीजिंग में अर्थव्यवस्था, विदेशी संबंधों और मानवाधिकारों के संबंध में अधिक कठोर नीतियां लागू करने की संभावना है। चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीसी) की 20वीं कांग्रेस (महाधिवेश) के मौके पर दिए राष्ट्रपति शी जिनपिंग के भाषण से देश के धनी तबकों में चिंता बैठ गई है। शी ने भाषण में ऐसी बातें कहीं, जिनसे संकेत मिला कि अब धनी लोगों को और भी ज्यादा निशाना बनाया जाएगा। शी जिनपिंग की सरकार इसके पहले हाई टेक सेक्टर, प्रोपर्टी सेक्टर, कोचिंग कारोबार, ऑनलाइन गेमिंग आदि जैसे क्षेत्रों पर अपना डंडा चला चुकी है।
शी ने अपने भाषण में बार-बार ‘कॉमन प्रोस्परिटी’ (साझा समृद्धि) का जिक्र किया। उन्होंने कहा- ‘हम धन संग्रह के स्रोतों और आमदनी के वितरण को सख्त नियमों के दायरे में रखेंगे। हम कानूनी ढंग से कमाए गए धन को संरक्षण देंगे, लेकिन अत्यधिक आय को एडजस्ट करेंगे और गैर कानूनी आमदनी पर रोक लगाई जाएगी।’ जानकारों का कहना है कि चीन में साझा समृद्धि की धारणा नई नहीं है। लेकिन हाल के वर्षों में शी जिनपिंग ने इस पर ज्यादा सख्ती से अमल शुरू कर दिया है। विश्लेषकों का कहना है कि धनी लोगों पर कई तरह के नए टैक्स लगाए जाएंगे, ताकि उससे हासिल धन से गरीब परिवारों की मदद की जाए, रोजगार के ज्यादा अवसर पैदा किए जाएं, सामाजिक सुरक्षा को मजबूत बनाया जाए, और बेहतर सार्वजनिक सेवाएं प्रदान की जाएं। कुछ विशेषज्ञों ने कहा है कि आने वाले दिनों में निजी उद्यमियों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
नेटिक्सिस नाम की एजेंसी के अनुसार एशिया-प्रशांत क्षेत्र की प्रमुख अर्थशास्त्री एलिसिया गार्सिया हेरेरो ने हांगकांग के अखबार साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के जरिए ‘धनी लोगों को चेतावनी दी है। वैसे अभी चीन को जिन आर्थिक मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है, उसे देखते हुए संभावना यही है कि धन के पुनर्वितरण की नीति पर धीमी गति से और सावधानी के साथ अमल किया जाएगा।’ चीन में सात सबसे महत्वपूर्ण पदाधिकारी र्टी की नई स्थायी समिति बनाते हैं और इसके अध्यक्ष शी जिनपिंग हैं। छह को राष्ट्रपति द्वारा चुना गया था और वे उनके प्रति पूरी तरह समर्पित हैं। आमतौर पर, चीनी इक्विटी पार्टी कांग्रेस के समापन के बाद अच्छा प्रदर्शन करते हैं लेकिन 20वीं राष्ट्रीय कांग्रेस अलग थी।