रिपोर्ट में दावा- फेसबुक रोहिंग्या के खिलाफ नफरतभरे भाषणों को रोकने में रहा विफल

punjabkesari.in Monday, Mar 21, 2022 - 10:34 PM (IST)

जकार्ताः एक नई रिपोर्ट में दावा किया गया है कि फेसबुक म्यामां के रोहिंग्या मुस्लिम अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा भड़काने वाले नफरत भरे भाषणों पर लगाम लगाने में विफल रहा है और इस तरह के रवैये ने उनके खिलाफ ‘नरसंहार' में एक निर्णायक भूमिका निभाई थी। ‘द एसोसिएटेड प्रेस' के साथ विशेष रूप से साझा की गई रिपोर्ट में बताया गया है कि अधिकार समूह ‘ग्लोबल विटनेस' ने फेसबुक को अनुमोदन के लिए आठ भुगतान युक्त विज्ञापन (पेड एड) दिए, जिनमें से प्रत्येक में रोहिंग्या के खिलाफ नफरतभरे भाषण थे। 

रिपोर्ट में दावा किया गया है कि फेसबुक ने सभी आठ विज्ञापनों को प्रकाशित करने के लिए अनुमोदित कर दिया था। हालांकि समूह ने विज्ञापनों को जारी किये जाने से पहले ही हटा लिया था। लेकिन इस इतना तो पक्का हो गया कि बेहतर करने के अपने वादों के बावजूद फेसबुक का मंच नफरत फैलाने वाले भाषणों को रोकने में विफल है। 

रोहिंग्या विद्रोहियों के हमले के बाद म्यामां की सेना ने 2017 में पश्चिमी म्यामांर के रखाइन राज्य में एक अभियान चलाया था। इस दौरान सात लाख से अधिक रोहिंग्या पड़ोसी बांग्लादेश में भाग गए थे। विशेषज्ञों का दावा है कि फेसबुक के मंच पर इस तरह के विज्ञापनों का दिखना अब भी जारी है। 


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Content Writer

Pardeep

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