पुतिन का अमेरिका को प्रस्ताव : पूर्वी यूक्रेन सौंपो, युद्ध रोक देंगे
punjabkesari.in Saturday, Aug 09, 2025 - 02:22 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः रूस के राष्ट्रपति वलादिमिर पुतिन ने संयुक्त राज्य अमेरिका को यह प्रस्ताव रखा है कि यदि यूक्रेन पूर्वी क्षेत्र (डोनबास) जैसे क्षेत्रों को रूस को सौंप देता है तो रूस फौरन युद्ध समाप्त कर देगा। यह जानकारी ‘Wall Street Journal’ की एक रिपोर्ट में सामने आई है।
पुतिन का कहना है कि यह कोई अस्थायी युद्धविराम नहीं, बल्कि अंतिम समाधान हो। वह चाहते हैं कि दुनिया उनके क्षेत्रीय दावों को स्वीकार करे। 6 अगस्त को अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ ने मास्को में पुतिन के साथ लगभग तीन घंटे तक मुलाकात की। अमेरिका चाहता है कि रूस शत्रुता बंद करे और यह बैठक इसी प्रयास का हिस्सा थी। कुछ रिपोर्ट्स का कहना है कि आने वाले दिनों में डोनबास और खेरसन जैसे क्षेत्रों में रूस के नियंत्रण को वैध ठहराने वाला समझौता हो सकता है — हालांकि, इसे फ़िलहाल आधिकारिक रूप से पुष्टि नहीं मिली है। पुतिन की शर्तों में शामिल था: यूक्रेन का न्यूट्रल (तटस्थ) और गैर-परमाणु राज्य बनना, नाटो की सदस्यता का त्याग और उन क्षेत्रों पर रूस का नियंत्रण।
प्रस्ताव के मुख्य बिंदु
पुतिन ने यूएस के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ़ से मस्को में यह शर्त रखी कि यूक्रेन को पूर्वी डोनेट्स्क क्षेत्र से अपनी सेनाएं पूरी तरह हटानी होंगी—इसके बदले में रूस तुरंत युद्ध रोकने के लिए सहमत रहेगा। यह पहले से जारी तथाकथित “फ्रंट-लाइन पर युद्ध रोक” प्रस्ताव से कहीं आगे की शर्तें हैं। इस शर्त को पूरा करना Ukraine के लिए भारी क्षेत्रीय नुकसान और राजनीतिक असंतुलन की स्थिति पैदा कर सकता है।
अमेरिका और यूरोप की आशंका
अमेरिका ने इस प्रस्ताव पर सकारात्मक प्रतिक्रिया नहीं दी, लेकिन संभावित शांति वार्ता के लिए स्थान तय करने में सक्रिय भूमिका निभाने की तैयारी जारी रखी है। यूरोपीय देशों में व्यापक संदेह और सावधानी का माहौल है। वे चिंतित हैं कि यह समझौता रूस को वैध कब्जा करने की इजाजत दे सकता है और इससे यूक्रेन की सुरक्षा और संप्रभुता कमजोर पड़ेगी।
यूक्रेन ने क्यों किया प्रस्ताव का खारिज?
राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने रूस की शर्त को “छलपूर्ण” और “मानवता के साथ खिलवाड़” करार दिया है और कहा कि यह शांति की दिशा में नहीं बल्कि युद्ध को लगातार बनाए रखने की कोशिश है। यूक्रेनी जनता पहले से ही शांति समझौतों पर काम करने में संदेह रखती है, क्योंकि पूर्व के युद्धविरामों के दौरान रूस ने अक्सर उन्हें तोड़ा है। यह इतिहास यूक्रेन में ऐसे प्रस्तावों के प्रति निराशा और अविश्वास पैदा करता है।
भविष्य की संभावनाएं
अमेरिका और रूस के बीच उच्च स्तरीय वार्ता (possible summit) की संभावना बनी हुई है। हालांकि कोई तारीख निश्चित नहीं है, लेकिन संयुक्त अरब अमीरात समेत कई स्थानों पर चर्चा जारी है। अमेरिका ने रूस पर तेज़ और सख्त आर्थिक प्रतिबंध लगाने की चेतावनी दी है, अगर रूस शांति के प्रति ठोस कदम नहीं उठाता।