‘अमेरिका करेगा तो हम भी करेंगे…’, ट्रंप के बयान के बाद पुतिन ने दिया बड़ा आदेश, परमाणु खतरा बढ़ा
punjabkesari.in Thursday, Nov 06, 2025 - 06:02 AM (IST)
इंटरनेशनल डेस्कः रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को अपने शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे देश में परमाणु परीक्षण (Nuclear Test) दोबारा शुरू करने की संभावना पर विस्तृत प्रस्ताव तैयार करें। यह आदेश ऐसे समय आया है, जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में कहा कि अमेरिका फिर से परमाणु परीक्षण शुरू करने पर विचार कर रहा है।
CTBT से अब तक जुड़ा रहा है रूस
पुतिन ने कहा कि रूस ने अब तक हमेशा कॉम्प्रिहेंसिव न्यूक्लियर टेस्ट बैन ट्रीटी (CTBT) — यानी परमाणु परीक्षण पर रोक लगाने वाली अंतरराष्ट्रीय संधि — का कड़ाई से पालन किया है। उन्होंने कहा, “हमने कभी भी इस संधि का उल्लंघन नहीं किया। लेकिन अगर अमेरिका या कोई अन्य परमाणु शक्ति परीक्षण करती है, तो रूस भी अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए ऐसा ही करेगा।”
पुतिन ने यह भी कहा कि यह कदम रूस की सुरक्षा और सामरिक संतुलन से जुड़ा हुआ है।
नोवाया जेमल्या साइट तैयार
रूस के रक्षा मंत्री आंद्रेई बेलोउसॉव ने बताया कि देश के आर्कटिक क्षेत्र में स्थित नोवाया जेमल्या (Novaya Zemlya) परीक्षण स्थल को बहुत कम समय में पूरी तरह सक्रिय किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हाल के महीनों में अमेरिका अपनी परमाणु क्षमताओं को मजबूत कर रहा है, इसलिए रूस को भी “पूर्ण पैमाने पर परीक्षण” की तैयारी करनी होगी।
सुरक्षा परिषद में रणनीतिक समीक्षा
पुतिन ने विदेश मंत्रालय, रक्षा मंत्रालय, खुफिया एजेंसियों और अन्य सुरक्षा विभागों को आदेश दिया कि वे अमेरिकी योजनाओं की जानकारी एकत्र करें और इन पर विस्तृत रिपोर्ट रूसी सुरक्षा परिषद (Security Council) को सौंपें। इस आधार पर यह तय किया जाएगा कि रूस को परमाणु परीक्षण कब और कैसे शुरू करना चाहिए।
वैश्विक चिंता बढ़ी
अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा विशेषज्ञों के मुताबिक, अगर रूस और अमेरिका दोनों परमाणु परीक्षण दोबारा शुरू करते हैं, तो यह कदम वैश्विक हथियार नियंत्रण व्यवस्था (Global Arms Control Regime) के लिए गंभीर झटका साबित हो सकता है।
इससे न्यू स्टार्ट ट्रीटी (New START) जैसी समझौतों पर भी असर पड़ सकता है, जो दोनों देशों के बीच सामरिक परमाणु हथियारों की सीमा तय करती है।
इतिहास में कब हुए थे आखिरी परमाणु परीक्षण
-
अमेरिका ने आखिरी बार 1992 में परमाणु परीक्षण किया था।
-
चीन और फ्रांस ने 1996 में अपने अंतिम परीक्षण किए।
-
सोवियत संघ (जिसका उत्तराधिकारी रूस है) ने आखिरी परमाणु परीक्षण 1990 में किया था।
सोवियत संघ के विघटन (1991) के बाद रूस ने अब तक कोई नया परीक्षण नहीं किया है, लेकिन वह अपनी सामरिक मिसाइलों और परमाणु हथियार प्रणालियों को लगातार आधुनिक बना रहा है।
