पुतिन का बड़ा ऐलानः रूस ने शुरू किया नई परमाणु-संचालित मिसाइलों का विकास, बोले-‘21वीं सदी में न्यूक्लियर वर्चस्व रहेगा बरकरार’
punjabkesari.in Wednesday, Nov 05, 2025 - 06:53 PM (IST)
Moscow: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने घोषणा की है कि देश ने नई पीढ़ी की परमाणु-संचालित क्रूज मिसाइलों के विकास की प्रक्रिया शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि ये मिसाइलें आवाज की गति से तीन गुना तेज होंगी और भविष्य में हाइपरसोनिक (Hypersonic) क्षमताएं भी हासिल करेंगी। पुतिन ने क्रेमलिन में हथियार डेवलपर्स को सम्मानित करते हुए कहा, “हमारे सभी रक्षा कार्यक्रम तय योजना के अनुसार आगे बढ़ रहे हैं। रूस की सेना और नौसेना को आधुनिक हथियार प्रणालियों से लैस किया जा रहा है।” उन्होंने बताया कि रूस ने Avangard रणनीतिक मिसाइल प्रणाली को कॉम्बैट ड्यूटी पर तैनात कर दिया है, और Oreshnik मध्यम-दूरी की मिसाइल प्रणाली का सिरीज़ उत्पादन भी शुरू हो चुका है।
इसके अलावा, रूस के अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइलों और पनडुब्बी मिसाइलों में भी उन्नत वॉरहेड्स लगाए गए हैं। पुतिन ने इस अवसर पर Burevestnik परमाणु-संचालित मिसाइल और Poseidon ड्रोन के डेवलपर्स को राज्य सम्मान (State Awards) प्रदान किए। उन्होंने कहा कि ये हथियार “रूस के लिए ऐतिहासिक महत्व” रखते हैं और “21वीं सदी की रक्षा नीति में मील का पत्थर” हैं। पुतिन के अनुसार, Burevestnik मिसाइल की रेंज दुनिया की सभी ज्ञात मिसाइल प्रणालियों से अधिक है। उन्होंने दावा किया कि 21 अक्टूबर को हुए इसके परीक्षण के दौरान एक NATO पोत उसी क्षेत्र में मौजूद था, लेकिन “रूस ने उसके ऑपरेशनों में कोई हस्तक्षेप नहीं किया।” रूस ने हाल ही में Poseidon, एक परमाणु-संचालित अंडरवाटर ड्रोन, का भी परीक्षण किया है और Khabarovsk नामक नई न्यूक्लियर पनडुब्बी लॉन्च की है जो ऐसे हथियारों के उपयोग के लिए डिजाइन की गई है।
Poseidon प्रणाली reportedly इतनी उन्नत है कि यह समुद्र की गहराइयों में लंबी दूरी तक यात्रा कर सकती है और आधुनिक टॉरपीडो की गति से अधिक तेज़ चल सकती है। रिपोर्टों के अनुसार, पुतिन ने 2018 में इन दोनों हथियारों का खुलासा किया था और 2023 में Burevestnik के सफल परीक्षण की घोषणा की थी। इस बीच, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी पेंटागन को परमाणु हथियार परीक्षण दोबारा शुरू करने का निर्देश दिया है। ट्रंप ने कहा कि यह कदम “अन्य देशों के परीक्षण कार्यक्रमों” के जवाब में उठाया गया है।
