पाकिस्तान में बिजली दरों में वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन, कारोबारी भी हुए शामिल
punjabkesari.in Saturday, Sep 02, 2023 - 04:37 PM (IST)

इस्लामाबादः पाकिस्तान में बढ़ती मंहगाई के चलते त्राहि-त्राहि मची हुई है। आटे, चीनी व अन्य खाने-पीने की वस्तुओं के बाद केयरटेर सरकार ने बिजली दरें व पैट्रोल के दाम बढ़ा कर जनता की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। बिजली दरों में बढ़ौतरी को लेकर लोग छह दिनों से लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। जमात-ए-इस्लामी ने कराची में केवल महिलाओं के लिए एक बड़ी रैली का आयोजन किया, जबकि मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान ने गुरुवार को हैदराबाद में एक रैली सहित प्रांतव्यापी प्रदर्शन किया।
मीरपुरखास में, बढ़े हुए बिजली बिलों के विरोध में एक व्यापारी संघ के आह्वान पर पूरी तरह से बंद हड़ताल की गई। जबकि सिंध सरकार ने पहले ही शाह अब्दुल लतीफ भिट्टई के उर्स के अवसर पर पूरे प्रांत में सार्वजनिक अवकाश घोषित कर दिया। शहर का व्यापारिक समुदाय भी शुक्रवार (आज) को एक दिवसीय हड़ताल पर रहने जा रहा है। जमात-ए-इस्लामी की महिला शाखा ने गुरुवार को बढ़े हुए बिजली बिलों के खिलाफ बड़ा विरोध प्रदर्शन किया और मांग की कि सरकार तुरंत अपनी बिजली शुल्क नीति की समीक्षा करे। उनकी मांग है कि सरकार बढ़ी दरों को वापस ले।
इस बीच गुरुवार को देशभर के व्यापारी भी इस विरोध प्रदर्शन में शामिल हो गए हैं। पहले से ही महंगाई की मार झेल रही जनता गुस्से में है। बिजली दरों को कम करने के लिए रहीम यार खान, बहावलपुर, क्वेटा, वेहारी और पेशावर सहित कई शहरों में व्यापार संगठनों ने प्रदर्शन में भाग लिया। इन प्रदर्शनों को देखते हुए कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवारुल हक काकर ने कहा था कि सरकार राहत देने की संभावनाओं पर गौर करेगी लेकिन इसके बजाए सरकार ने पैट्रोल के दाम बढ़ा कर महंगाई का नया बम जनता पर फोड़ दिया है।
कार्यवाहक वित्त मंत्री शमशाद अख्तर ने भी बुधवार को सीनेटरों से कहा था कि IMF सौदे के कारण बजटीय स्थिति इतनी सीमित है कि बिजली की आसमान छूती दरों को कम करने के लिए सब्सिडी देने के लिए पैसा नहीं है। बता दें कि पाकिस्तान में बिजली की बढ़ी दरों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे 158 लोगों के खिलाफ 30 अगस्त को एफआईआर दर्ज की गई थी। बता दें कि देश में प्रति यूनिट बिजली की कीमत 50 रुपए से अधिक हो चुकी है।