दवा निर्माता कंपनी Pfizer का दावा, COVID-19 वैक्सीन अंतिम विश्लेषण में 95% प्रभावी

punjabkesari.in Wednesday, Nov 18, 2020 - 07:19 PM (IST)

बिजनेस डेस्कः फार्मा कंपनी फाइजर की कोरोना वैक्सीन फेज-3 ट्रायल में 95 फीसदी असरदार रही है। कंपनी के मुताबिक, वैक्सीन उम्रदराज लोगों पर भी कारगर रही। इसके कोई सीरियस साइड इफेक्ट भी नहीं दिखे। फाइजर ने बुधवार को कहा कि अब कंपनी कुछ दिनों में ही रेगुलेटरी अप्रूवल के लिए आवेदन करेगी। इसी साल वैक्सीन की 5 करोड़ डोज बनाने की तैयारी है।

फाइजर ने अपनी स्टडी में कोविड-19 के 170 मामले शामिल किए थे। वॉलंटियर्स को पहली डोज दिए जाने के 28 दिन बाद इसे कोरोना से बचाव में 95 फीसदी असरदार पाया गया। कंपनी का कहना है कि इस कामयाबी के हाथ ही उसने यूएस एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (USFDA) की तरफ से तय इमरजेंसी इस्तेमाल के स्टेंडर्ड हासिल कर लिया है।

फाइजर की वैक्सीन के साथ एक अच्छी बात यह रही कि वैक्सीन को लेकर कोई सेफ्टी कंसर्न सामने नहीं आया। फाइजर और बायोएनटेक ने अपनी कोविड-19 वैक्सीन के लिए जुलाई में लेट-स्टेज क्लिनिकल ट्रायल्स शुरू किए थे। इसमें 44 हजार लोगों को शामिल किया गया था। इस वैक्सीन को हाई-रिस्क आबादी के लिए इस साल के अंत तक अप्रूवल दिया जा सकता है।

दुनियाभर में 212 वैक्सीन पर काम जारी
विश्व स्वास्थ्य संगठन के कोविड-19 वैक्सीन लैंडस्केप के मुताबिक, इस समय दुनियाभर 212 वैक्सीन पर काम चल रहा है। इसमें भी 48 वैक्सीन क्लिनिकल ट्रायल्स में हैं और इसमें 11 वैक्सीन अंतिम स्टेज में यानी लार्ज-स्केल ट्रायल्स से गुजर रहे हैं।

भारत में वैक्सीन के ट्रायल्स की क्या स्थिति है?
भारत में इस समय भारत बायोटेक के कोवैक्सिन और ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका की कोवीशील्ड वैक्सीन के फेज-3 ट्रायल्स चल रहे हैं। इसके शुरुआती नतीजे दिसंबर-जनवरी में आने के संकेत मिल रहे हैं। यदि सबकुछ प्लान के मुताबिक हुआ तो अगले साल की शुरुआत तक यह वैक्सीन अप्रूव हो जाएंगी। जायडस कैडिला की बनाई वैक्सीन को लेकर भी अब तक अच्छे शुरुआती नतीजे आए हैं। इसके भी फेज-3 ट्रायल्स शुरू होने वाले हैं।


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Yaspal

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