Operation Sindoor पर पाकिस्तानी PM का बड़ा बयान, हर खून की बूंद बदला लेकर रहूंगा
punjabkesari.in Thursday, May 08, 2025 - 08:59 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क। 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद पाकिस्तान क्या करेगा यह सवाल हर किसी के मन में घूम रहा है। इस पर भारतीय और विदेशी रक्षा विशेषज्ञ अपनी राय और अनुमान व्यक्त कर रहे हैं। इसी बीच पाकिस्तानी पीएम का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि भारत की ओर से जो ऑपरेशन सिंदूर चलाया गया है उसके हर खून की बूंद बदला हम लेकर रहेंगे।
भारत पर पलटवार आत्मघाती होगा
भारतीय सेना के सेवानिवृत्त ब्रिगेडियर गोविंद सिसोदिया ने स्पष्ट रूप से कहा है कि भारत पर पलटवार करना पाकिस्तान के लिए एक मूर्खतापूर्ण कदम साबित होगा। उनके अनुसार, "पाकिस्तान सिर्फ अपने लोगों को दिखाने के लिए एक सांकेतिक जवाबी कार्रवाई कर सकता है लेकिन उसमें भारत से मजबूती से लड़ने की क्षमता और ताकत नहीं है।"
दबाव में पाक, बड़ा नुकसान सामने
सेवानिवृत्त कर्नल अजय शुक्ला ने भी इसी तरह का मत व्यक्त किया है। उनका मानना है कि भारत की सैन्य कार्रवाई के बाद पाकिस्तान पर "एक कदम आगे" दिखने का जबरदस्त दबाव है। हालांकि यही काम उनके लिए मुश्किल है क्योंकि अगर पाकिस्तान ने हमला किया तो उसे भारी नुकसान उठाना पड़ेगा।
आसिफ झुके, शरीफ की धमकी
जहां एक तरफ पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने जवाबी कार्रवाई का फैसला सेना पर छोड़ते हुए कहा कि उन्हें जवाबी कार्रवाई का हक है वहीं पाक सेना के प्रवक्ता ने "अपने अनुकूल समय और जगह पर" जवाब देने की बात कही है लेकिन इन सबके विपरीत पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ भारत के सामने डरे और झुकते हुए दिखाई दिए। उन्होंने यहां तक कह दिया कि "भारत ऑपरेशन सिंदूर रोके तो पाकिस्तान कोई एक्शन नहीं लेगा।" यह वही आसिफ हैं जिन्होंने एक दिन पहले धमकी दी थी कि अगर हमला हुआ तो दुनिया पाकिस्तान की प्रतिक्रिया को याद रखेगी। हालांकि शहबाज शरीफ ने बुधवार रात अपने देश को संबोधित करते हुए भारत को गीदड़भरी धमकी दी और कहा कि भारत को अपनी गलती की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी।
अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञ सतर्क, बढ़ते खतरे की आशंका कम
अंतर्राष्ट्रीय मामलों के जानकार और अटलांटिक काउंसिल से जुड़े एलेक्स प्लिटसस का मानना है कि भारत ने सोच-समझकर और नियंत्रित स्ट्राइक की हैं इसलिए संघर्ष बढ़ने की आशंका बहुत कम है। वहीं दक्षिण एशियाई मामलों के विश्लेषक माइकल कुगलमैन ने कहा कि भले ही भारत ने पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को निशाना नहीं बनाया लेकिन हमले का स्तर 2019 से कहीं ज्यादा था। उन्होंने यह भी आशंका जताई कि स्थिति और बिगड़ सकती है और पाकिस्तान भी इसी तरह के हमले कर सकता है।
कुल मिलाकर विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान पर जवाबी कार्रवाई का दबाव जरूर होगा लेकिन उसकी क्षमता सीमित है और भारत की मजबूत प्रतिक्रिया का डर उसे कोई भी बड़ा कदम उठाने से रोक सकता है। हालांकि एक सांकेतिक जवाबी कार्रवाई या सीमा पर तनाव बढ़ने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है।