चीन के सहारे FATF ब्लैक लिस्ट से बचने की कोशिश में जुटा पाकिस्तान

punjabkesari.in Thursday, Oct 15, 2020 - 04:27 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः  पाकिस्तान फाइनेंशियल एक्शन टॉस्क फोर्स की काली सूची से बचने के लिए हर कोशिश कर रहा है। आतंकियो को पनाह देने वाले पाक ने चीन के अलावा उन देशों को शीशे में उतारने की कोशिश शुरू कर दी  है जो एफएटीएफ में इसके कारनामो पर पर्दा डाल सकें। लेकिन भारत की वजह से  पाकिस्तान लगभग हर मंच पर बेनकाब  हो रहा है।

 

पाकिस्तान की पोल खोलने के लिए और उसकी दिखावटी कार्रवाई से भारत ने अमेरिका सहित अन्य प्रभावी देशों को आगाह किया है।पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने  FATF की क्षेत्रीय इकाई एशिया पैसिफिक ग्रुप की बैठक के बाद तुर्की, मलेशिया और सऊदी अरब के विदेश मंत्रियों से बातचीत की है। माना जा रहा है कि ये बातचीतFATF को लेकर हुई है। जहाँ उसको आतंक पर कार्रवाई को लेकर सवालो का जवाब देना है।  21 अक्तूबर से 23 अक्तूबर के बीच पेरिस में FATF की वर्चुअल रिव्यू मीटिंग होनी है। इस दौरान पाकिस्तान को लेकर भी चर्चा होगी।

 

माना जा रहा है कि सदस्य देशों में अगर सहमति बन जाती है तो पाकिस्तान को ब्लैक लिस्ट भी किया जा सकता है। हालांकि, चीन, तुर्की और मलेशिया पहले भी पाकिस्तान को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करते रहे हैं।  इससे कुछ दिन पहले हुई एशिया पैसिफिक ग्रुप की बैठक में कहा गया था कि पाकिस्तान ने FATF की ओर से की गई 40 सिफारिशों में से केवल दो पर प्रगति की है। करीब 12 पन्ने की रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान के सिफारिशों के पूरा करने में एक साल में कोई बदलाव नहीं आया है।

 

APG ने घोषणा की है कि पाकिस्तान विस्तारित फॉलोअप लिस्ट में बना रहेगा। पाकिस्ता को 40 सुझावों को लागू करने की दिशा में किए गए प्रयासों की रिपोर्ट देनी होगी। पाकिस्तान ने पिछले 18 महीने में निगरानी सूची से बड़ी संख्या में आतंकवादियों के नाम को हटा दिया था। सूत्रों के मुताबिक इस लिस्ट में वर्ष 2018 में कुल 7600 नाम थे लेकिन पिछले 18 महीने में इसकी संख्यास को घटाकर अब 3800 कर दिया गया है। यही नहीं इस साल मार्च महीने की शुरुआत से लेकर अब तक 1800 नामों को लिस्ट से हटाया गया है।


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Tanuja

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