Pakistan faces international embarrassment: सऊदी अरब सहित नौ देशों ने 258 पाकिस्तानी नागरिकों को देश से निकाला
punjabkesari.in Friday, Jan 10, 2025 - 02:54 PM (IST)
इंटरनेशनल डेस्क: पाकिस्तान को एक और अंतरराष्ट्रीय शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है, जब पिछले 24 घंटों में सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), चीन और अन्य देशों ने 258 पाकिस्तानी नागरिकों को निर्वासित कर दिया। यह घटनाक्रम पाकिस्तान की खराब छवि को और भी बिगाड़ता है, क्योंकि इनमें से अधिकांश लोग अवैध गतिविधियों में शामिल थे या बिना वैध दस्तावेजों के विदेश में रह रहे थे।
निर्वासन का क्या कारण रहा?
पाकिस्तान के 258 नागरिकों को जिन्ना अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद निर्वासित(देश से निकाला) किया गया। इसमें से 244 व्यक्तियों को आपातकालीन यात्रा दस्तावेजों के आधार पर भेजा गया, जबकि 14 के पास वैध पासपोर्ट थे। जिनमें से कुछ को उनकी संदिग्ध पहचान के कारण गिरफ्तार किया गया, जबकि अन्य को पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। सऊदी अरब ने 232 पाकिस्तानी नागरिकों को निर्वासित किया। इन निर्वासितों में भिखारी, बिना परमिट के हज करने वाले लोग और अवैध रूप से लंबे समय तक ठहरे लोग शामिल थे। इसके अलावा, 112 पाकिस्तानी नागरिकों को उनके प्रायोजकों की शिकायतों के बाद निर्वासित किया गया। यूएई ने भी 21 पाकिस्तानी नागरिकों को निर्वासित किया, जिनमें से चार लोग ड्रग तस्करी में शामिल पाए गए। वहीं, चीन, कतर, इंडोनेशिया, साइप्रस और नाइजीरिया से भी एक-एक नागरिक को निर्वासित किया गया।
पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय छवि फिर हुई धूमिल
यह घटनाक्रम पाकिस्तान के लिए एक बड़ी चिंता का विषय है। पिछले कुछ वर्षों से पाकिस्तान के नागरिकों को विभिन्न देशों से इस प्रकार की सजा मिलती रही है। कई पाकिस्तानी नागरिक अवैध रूप से विदेशों में रहकर अपराध, ड्रग तस्करी, भीख मांगने और मानव तस्करी जैसे गैरकानूनी कामों में शामिल पाए गए हैं। इस हफ्ते की शुरुआत में, सऊदी अरब ने पाकिस्तान से आने वाले यात्रियों के लिए पोलियो टीकाकरण प्रमाणपत्र अनिवार्य कर दिया है। साथ ही, इस नई नीति के तहत किसी भी व्यक्ति को पोलियो प्रमाणपत्र के बिना सऊदी अरब यात्रा करने पर कड़ी कानूनी कार्रवाई का सामना करना होगा।
पाकिस्तान के लिए यह कितनी बड़ी चिंता का विषय है?
इस प्रकार के घटनाक्रम पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय छवि को नुकसान पहुंचाते हैं और अन्य देशों द्वारा पाकिस्तानियों पर वीजा प्रतिबंध और कड़ी निगरानी लगाए जाने के परिणामस्वरूप हजारों पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा अस्वीकृत हो रहे हैं।