अब नहीं कर पाएंगे WhatsApp Call! सरकार ने बंद कर दी सुविधा, जानें वजह

punjabkesari.in Friday, Aug 15, 2025 - 11:40 PM (IST)

नेशनल डेस्क: रूसी प्रशासन ने देश में लोकप्रिय मैसेजिंग ऐप्स Telegram और WhatsApp पर कॉलिंग सेवाओं को आंशिक रूप से बंद करने का फैसला किया है। यह कदम रूस की इंटरनेट पर नियंत्रण बढ़ाने की रणनीति का हिस्सा बताया जा रहा है। सरकारी मीडिया और इंटरनेट निगरानी एजेंसी Roskomnadzor ने इस पाबंदी को अपराध रोकने के लिए जरूरी बताया है।

अपराधों में हो रहा था दुरुपयोग

Roskomnadzor का कहना है कि Telegram और WhatsApp का इस्तेमाल धोखाधड़ी, वसूली, आतंकी गतिविधियों और रूसी नागरिकों को गुमराह करने के लिए किया जा रहा था। एजेंसी के मुताबिक, लॉ इनफोर्समेंट एजेंसियों और आम नागरिकों से लगातार शिकायतें मिल रही थीं।

सरकार का दावा है कि दोनों कंपनियों को पहले भी सख्त कदम उठाने की चेतावनी दी गई थी, लेकिन उन्होंने कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं की। फिलहाल WhatsApp और Telegram की ओर से इस फैसले पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।

इंटरनेट पर सख्त होती सरकारी पकड़

रूस ने हाल के वर्षों में इंटरनेट पर नियंत्रण बढ़ाने के लिए कई सख्त कदम उठाए हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • गैर-कानूनी माने जाने वाले कंटेंट पर रोक
  • वेबसाइट्स और ऐप्स को ब्लॉक करना
  • ऑनलाइन ट्रैफिक की निगरानी के लिए उन्नत टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल

हालांकि, कुछ लोग इन पाबंदियों को VPN के ज़रिए बाईपास करने की कोशिश करते हैं, लेकिन VPN सेवाओं पर भी समय-समय पर पाबंदियां लगाई जाती रही हैं।

नए नियम और हालिया कार्रवाई

इस गर्मी में रूस में कई मोबाइल इंटरनेट शटडाउन किए गए और एक नया कानून लाया गया जिसके तहत "गैरकानूनी" कंटेंट खोजने पर भी यूज़र को सज़ा दी जा सकती है। सरकार ने WhatsApp को लेकर पहले ही कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी थी और अब "MAX" नाम का एक नया सरकारी मैसेजिंग ऐप लॉन्च किया गया है।

WhatsApp और Telegram यूज़र्स की संख्या

मीडिया रिसर्च एजेंसी Mediascope के अनुसार:

  • जुलाई 2025 में WhatsApp रूस का सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाला ऐप था, जिसके 9.6 करोड़ मासिक यूज़र्स थे।
  • Telegram भी पीछे नहीं है, जिसके 8.9 करोड़ यूज़र्स हैं।

Telegram पहले भी रूसी सरकार के निशाने पर रहा है। 2018 से 2020 तक इसे ब्लॉक करने की कोशिश की गई थी, लेकिन ज्यादा असर नहीं हुआ।
2022 में यूक्रेन पर हमले के बाद रूस ने Facebook और Instagram पर पूरी तरह बैन लगा दिया और उनकी पैरेंट कंपनी Meta को "चरमपंथी संगठन" घोषित कर दिया।

सरकार का नया मैसेंजर ऐप – MAX

  • रूस ने अपना खुद का मैसेजिंग प्लेटफॉर्म MAX लॉन्च किया है, जिसमें:
  • मैसेजिंग के साथ-साथ सरकारी सेवाएं और डिजिटल पेमेंट्स की सुविधा भी है।
  • जुलाई तक इसमें 20 लाख से ज्यादा यूज़र्स रजिस्टर्ड हो चुके हैं, लेकिन लोकप्रियता अभी सीमित है।

ऐप की शर्तों में लिखा है कि ज़रूरत पड़ने पर यूज़र्स का डेटा सरकारी एजेंसियों के साथ साझा किया जाएगा।

नए नियमों के तहत हर स्मार्टफोन में MAX ऐप पहले से इंस्टॉल होना अनिवार्य कर दिया गया है। सरकारी दफ्तरों, अफसरों और कारोबारी संस्थानों को अपने ब्लॉग और संचार इसी प्लेटफॉर्म पर शिफ्ट करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।


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News Editor

Parveen Kumar

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