अलास्का में ट्रंप-पुतिन की बैठक खत्म,यूक्रेन जंग पर बातचीत रही बेनतीजा;अब मॉस्को बनेगा शांति वार्ता का अगला मंच

punjabkesari.in Saturday, Aug 16, 2025 - 06:29 AM (IST)

इंटरनेशनल डेस्कः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अलास्का में हुई बैठक लगभग 2 घंटे 45 मिनट तक चली, लेकिन इस दौरान यूक्रेन युद्धविराम का कोई ठोस नतीजा नहीं निकला। दोनों नेता बंद कमरे में मिले और वार्ता के दौरान कोई फाइनल समझौता नहीं हुआ, लेकिन पुतिन ने अगले राउंड की वार्ता मॉस्को में कराने का प्रस्ताव रखा। मीटिंग के बाद सिर्फ 12 मिनट की प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने पत्रकारों के किसी सवाल का जवाब नहीं दिया। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ट्रम्प ने कहा कि मुझे लगता है कि हमारी बैठक बहुत सकारात्मक रही। हमने कई बिंदुओं पर सहमति जताई, लेकिन कोई डील नहीं हुई। कोई समझौता तभी होगा जब वह अंतिम रूप लेगा।

वहीं, पुतिन ने कहा कि उनके लिए रूस की सुरक्षा जरूरी है। उन्होंने अगली मीटिंग मॉस्को में करने का सुझाव दिया। अपनी बात कहने के बाद दोनों नेता तुरंत मंच से चले गए।

ट्रंप–पुतिन प्रेस ब्रीफिंग की अहम बातें:

  • ट्रंप-पुतिन में 3 घंटे क्या बातचीत हुई, इसकी जानकारी नहीं।
  • 12 मिनट चली प्रेस कॉन्फ्रेंस में दोनों नेताओं ने किसी पत्रकार के सवाल का जवाब नहीं दिया।
  • ट्रंप ने कहा कि बैठक में सकारात्मक रही, लेकिन अभी कोई अंतिम समझौता नहीं हुआ।
  • पुतिन ने कहा कि यूक्रेन युद्ध खत्म करने के लिए उसकी असल वजह को खत्म करना जरूरी।
  • पुतिन ने कहा कि अगर 2022 में ट्रंप राष्ट्रपति होते, तो यूक्रेन युद्ध नहीं होता। 

शांति वार्ता: रूस और यूक्रेन की अलग-अलग स्थितियां

रूस क्या मांग रहा है?

  • डोनबास (लुगांस्क, डोनेट्स्क) के अलावा खेरसॉन व ज़ापोरिज़्ज़िया से यूक्रेनी सेना को हटाने और 30‑दिन की युद्धविराम की पेशकश।

  • इसके अतिरिक्त, रूस चाहता है कि यूक्रेन NATO की सदस्यता छोड़ दे, अपनी सेना सीमित करे, रूसी भाषा को आधिकारिक दर्जा दे, और पश्चिमी सैन्य सहायता बंद हो। 

यूक्रेन की स्थिति क्या है?

यूक्रेन का कहना है कि भूमि नहीं छोड़ेगा, क्योंकि यह देश के संविधान के खिलाफ है। जस्टिस गारंटी और राहत को शामिल करना चाहती है, जैसे बच्चों की वापसी और युद्धबंदी का पूरा लागू होना। यूक्रेन ने बार-बार कहा है कि “यूक्रेन के बिना कोई शांति समझौता सफल नहीं होगा”। 

आगे की संभावनाएं और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

कुछ विश्लेषक इस शिखर बैठक को राष्ट्रपति ट्रंप की राजनीतिक वापसी का मंच बता रहे हैं, जबकि पुतिन को वैश्विक मान्यता और समय खरीदने का अवसर मिलता दिख रहा है।  यूरोपीय नेता संघीय प्रणाली में यूक्रेन की भूमिका की वकालत कर रहे हैं और शांति वार्ता में उसकी हिस्सेदारी को अहम बता रहे हैं। अब संभावना जताई जा रही है कि अगली बैठक मॉस्को में होगी, जिसमें यूक्रेन, यूरोपीय देश और अमेरिका शामिल हो सकते हैं।


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Content Writer

Pardeep

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