बड़े खतरे की आहट ! किम जोंग ने स्पेशल ऑपरेशन यूनिट का किया निरीक्षण, सेना को युद्ध तैयारियां बढ़ाने के आदेश

punjabkesari.in Sunday, Nov 02, 2025 - 01:50 PM (IST)

International Desk: उत्तर कोरिया के शीर्ष नेता किम जोंग उन ने देश की सबसे विशेष सैन्य इकाई, कोरियन पीपुल्स आर्मी की 11वीं कोर (11th Corps) का दौरा किया और उसकी युद्ध तत्परता (war readiness) की समीक्षा की। उन्होंने इस दौरान सेना की ताकत और रणनीतिक क्षमता को और बढ़ाने के निर्देश दिए। उत्तर कोरिया की आधिकारिक समाचार एजेंसी कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी (KCNA) के अनुसार, किम जोंग उन ने शनिवार को 11वीं कोर के मुख्यालय में पहुंचकर सैनिकों का प्रशिक्षण सत्र देखा और कहा कि वे सेना की “पूर्ण युद्ध स्थिति” देखकर अत्यंत संतुष्ट हैं।

 

रिपोर्ट के अनुसार, 11वीं कोर को उत्तर कोरिया की सबसे एलीट स्पेशल फोर्स यूनिट माना जाता है। इस यूनिट ने पिछले वर्ष रूस भेजे गए सैनिकों के रूप में रूस-यूक्रेन युद्ध में भाग लिया था, जिससे उन्हें आधुनिक युद्ध का अनुभव मिला।  किम ने यूनिट के म्यूज़ियम का दौरा करते हुए कहा, “शासक पार्टी की इच्छा है कि पूरी सेना उतनी ही मजबूत और वीर हो जितनी यह यूनिट है, जो हर लड़ाई में जीत हासिल करती है।” उन्होंने अधिकारियों से यूनिट की ऑपरेशनल योजनाओं की विस्तृत जानकारी ली और विशेष बलों के विकास के लिए नई रणनीतिक नीतियों और कार्य योजनाओं पर जोर दिया।

 

KCNA के अनुसार, किम ने इस बात पर भी जोर दिया कि सेना की संगठनात्मक संरचना को मजबूत करने के लिए सेंट्रल मिलिट्री कमीशन पूर्ण स्तर पर पुनर्गठन पर विचार करेगा। उन्होंने कहा कि सेना को देश की संप्रभुता, विकास अधिकारों और जनता के भविष्य की रक्षा के लिए हर समय पूरी तरह तैयार रहना चाहिए। किम की यह यात्रा ऐसे समय में हुई जब दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति ली जे म्यंग ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से एशिया-पैसिफिक इकोनॉमिक कोऑपरेशन (APEC) सम्मेलन के दौरान मुलाकात की।

 

इस बैठक से पहले दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति कार्यालय ने कहा था कि कोरियाई प्रायद्वीप के परमाणु निरस्त्रीकरण का मुद्दा प्रमुख रहेगा, लेकिन बैठक के बाद जारी बयान में इस पर कोई उल्लेख नहीं किया गया। शनिवार को उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया के इस दावे को “पाइप ड्रीम (असंभव सपना)” बताते हुए खारिज कर दिया था कि चीन और दक्षिण कोरिया के बीच वार्ता में उत्तर के परमाणु हथियारों पर चर्चा होगी। हालांकि रविवार की KCNA रिपोर्ट में इस विषय पर कोई टिप्पणी नहीं की गई।


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Content Writer

Tanuja

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