एलन मस्क की चेतावनी- “2030 से पहले दुनिया में होगा बड़ा परमाणु युद्ध !” सोशल मीडिया पर मची सनसनी
punjabkesari.in Tuesday, Dec 02, 2025 - 05:51 PM (IST)
Washington: टेस्ला और स्पेसएक्स के सीईओ एलन मस्क ने फिर एक बार अपने विवादित बयान से दुनिया का ध्यान खींच लिया है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर मस्क ने खुलकर दावा किया कि दुनिया जल्द ही एक बड़े वैश्विक युद्ध की ओर बढ़ रही है। दरअसल, एक X यूजर ने लिखा कि न्यूक्लियर हथियारों के कारण बड़ी शक्तियों के बीच युद्ध नहीं हो रहे, जिससे सरकारों का ध्यान शासन से हट गया है।
ELON: WAR IS INEVITABLE WITHIN A DECADE
— Mario Nawfal (@MarioNawfal) December 2, 2025
Elon responded to a discussion on the decay of global governance with a stark warning:
“War is inevitable. 5 years, 10 at most.”
The exchange began when users debated whether nuclear deterrence has made governments complacent by removing… pic.twitter.com/hWO25gJxSG
इस पर मस्क ने बेहद संक्षिप्त लेकिन चौंकाने वाला जवाब दिया “War is inevitable. 5 years, 10 at most.” यानि (युद्ध अवश्यंभावी है। 5 साल में, 2030 तक या अधिकतम 10 साल 2040 में।) मस्क के इस बयान ने सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी। उन्होंने यह नहीं बताया कि कौन-सा युद्ध, किन देशों के बीच या किस वजह से होगा। लेकिन मस्क का इशारा इस बात की ओर था कि दुनिया धीरे-धीरे बड़े टकराव की ओर बढ़ रही है।

Grok AI ने समझाया-किस तरह का युद्ध?
कुछ यूजर्स ने इस बयान की व्याख्या जानने के लिए मस्क की AI-Grok से सवाल पूछे। Grok ने मस्क के पुराने बयानों का हवाला देते हुए कहा कि मस्क कई संभावित खतरों की चेतावनी पहले भी दे चुके हैं:
- यूरोप और ब्रिटेन में संभावित गृहयुद्ध, बढ़ते प्रवास और पहचान राजनीति के कारण
- अमेरिका-चीन के बीच ताइवान को लेकर युद्ध
- यूक्रेन-रूस संघर्ष के WW3 में बदलने का खतरा
- न्यूक्लियर डिटरेंस कमजोर पड़ने की आशंका
- यानी, मस्क के अनुमान के अनुसार आने वाले वर्षों में दुनिया के कई हॉटस्पॉट तनाव को युद्ध में बदल सकते हैं।
क्यों मस्क का बयान गंभीर?
डोनाल्ड ट्रम्प के कार्यकाल के दौरान एलन मस्क अमेरिकी प्रशासन के एक विशेष प्रोजेक्ट Department of Government Efficiency (DOGE) से भी जुड़े थे। इस कारण उनका बयान न सिर्फ सोशल मीडिया टिप्पणी माना जा रहा है, बल्कि कुछ विश्लेषक इसे जियोपॉलिटिकल संकेत भी कह रहे हैं। हालांकि मस्क ने यह स्पष्ट नहीं किया कि उनका दावा वैश्विक चेतावनी है या सिर्फ एक राजनीतिक संकेत।
