अजब-गजब: दुनिया का सबसे रहस्यमयी गांव, जहां रहने वाले सभी लोग थे बौने! जानिए क्या है इसके पीछे की वजह
punjabkesari.in Monday, Jul 18, 2022 - 04:15 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: आप सभी को गुलिवर के दिलचस्प सफर वाली कहानियां तो जरूर याद होंगी, खासकर जब गुलिवर लिलिपुट नामक एक द्वीप पर पहुंच गया था जहां रहने वाले सभी लोग बौने थे और गुलिवर को उन लोगों ने बंदी बना लिया था। उस दौरान हम सभी के मन में एक ही ख्याल आता था क्या वाकई इतने छोटे लोग दुनिया में हो सकते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं दुनिया में एक ऐसी जगह मौजूद है जहां सच में बौने लोग रहते हैं। कहा जाता है कि मौजूदा वक्त में ईरान के लोगों की जितनी औसत लंबाई है, उससे करीब 50 सैंटीमीटर कम लंबाई के लोग इस गांव में रहते थे।
हम बात कर रहे हैं अफगानिस्तान-ईरान की सीमा से सटे एक ईरानी गांव की जिसे हम सभी माखुनिक के नाम से जानते हैं। यहां की लगभग पूरी आबादी आज से लगभग 200 साल पहले इतने कम कद की होती थी कि उनके घर से लेकर जरूरत की दूसरी चीजें भी एकदम छोटी बनाई जाती थीं। हालांकि आज वहां रहने वाले लोगों की हाइट थोड़ी जरूर बढ़ी है लेकिन फिर भी वह आपके और हमारे जितने कद काठी के नहीं हो पाए हैं।
बताया जाता है कि यह गांव साल 2005 में सुर्खियों में आया था, जब यहां खुदाई के दौरान एक ममी मिली, जिसकी लंबाई सिर्फ 25 सैंटीमीटर थी। इस खोज ने इस विश्वास को हवा दी कि ईरान के सुदूर कोने में मौजूद माखुनिक समेत 13 गांव कभी प्राचीन बौनों का शहर था। हालांकि, इस मामले को लेकर विशेषज्ञों का अलग-अलग दावा है। कुछ का मानना है कि ममी समय से पहले पैदा हुए किसी बच्चे की हो सकती है। लिहाजा, कुछ लोग बौने वाली बात पर विश्वास नहीं करते हैं।
इस गांव को लेकर ऐसा दावा किया जाता है कि यहां के लोगों का शारीरिक विकास इसलिए नहीं हो पाया क्योंकि इन्हें जिन पौष्टिक तत्वों की जरूरत होती है, वे इस इलाके के लोगों को नहीं मिल पाते थे। इसके अलावा इस गांव के लोग अफीम का सेवन किया करते थे, जिससे उनके शरीर का विकास रुक जाता था। इसके अलावा 20वीं सदी के मध्य में जब इस इलाके तक सड़कें बनाई गईं तो बदलाव शुरू हुआ। लोग शहरों में जाकर काम करते और वहां से चावल-चिकन लेकर गांव आते थे और उसका सेवन करते थे। इसके बाद उनके खान-पान में बदलाव शुरू हुआ और उनकी हाइट बढ़ने लगी।