पाकिस्तान में जल संकट-2040 तक देश में नहीं बचेगा पानी, बूंद-बूंद को तरस सकती है आबादी: रिपोर्ट

punjabkesari.in Tuesday, Mar 23, 2021 - 04:13 PM (IST)

इंटरनेशनल डेस्क: पाकिस्तान में धीरे-धीरे पानी के स्रोत तेज़ी से सूख रहे हैं। पाकिस्तान में पानी के लिए  हाहाकार मचने का डर है। बढ़ती जनसंख्या और जलवायु परिवर्तन के बीच, दक्षिण एशिया में, विशेष रूप से पाकिस्तान में, ताजे पानी की उपलब्धता की चिंता गहराती जा रही है। गंदे पानी और पानी की कमी का मुद्दा बरसों से उठाती रही है। लेकिन वाशिंगटन स्थित पत्रिका अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के मुताबिक पाकिस्तान में 2040 तक पानी का स्तर काफी कम हो जाएगा और पीने लायक साफ पानी भी नहीं रहेगा। IMF की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान जल संकट से जूझने वाले देशों में तीसरे नंबर पर है।

 

रिपोर्ट में बताया गया कि पाकिस्तान में ताजे पानी की प्रति व्यक्ति उपलब्धता पानी की कमी की सीमा (1,000 घन मीटर) से नीचे गिर गई है, जो 1961 में 3,950 घन मीटर और 1991 में 1600 थी, यह आंकड़े सच में चिंताजनक हैं। 2025 तक पाकिस्तान की आबादी पानी की बूंद-बूंद के लिए तरस सकती है लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी होगी। "कई विशेषज्ञों को डर है कि पाकिस्तान में ताजे पानी की प्रति व्यक्ति उपलब्धता 2025 तक 860 क्यूबिक मीटर तक घट जाएगी और देश 2040 तक पूर्ण पानी की कमी तक पहुंच सकता है। गिरावट का कारण बढ़ती जनसंख्या को भी माना जा सकता है। द नेशनल इंटरेस्ट में प्रकाशित एक लेख पर शोधकर्ता नासिर जावेद ने कहा कि 1961 से जनसंख्या 46 मिलियन से बढ़कर 200 मिलियन तक हो गई है। उन्होंने सुझाव दिया है कि पाकिस्तान को अपनी कृषि जरूरतों को पूरा करने और जल अपव्यय अनुपात का मुकाबला करने के लिए "ड्रिप और स्प्रिंकलर" सिंचाई तकनीक को अपनाना चाहिए।


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Content Writer

Seema Sharma

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