AI की रेस में जुकरबर्ग की धमाकेदार एंट्री, खुद टॉप टैलेंट को कॉल कर दे रहे करोड़ों की जॉब

punjabkesari.in Friday, Jun 27, 2025 - 11:48 AM (IST)

नेशनल डेस्क: मेटा (Meta) अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में किसी से पीछे नहीं रहना चाहता। पिछले कुछ सालों में ओपनएआई (OpenAI), गूगल और अन्य नई कंपनियों ने इस फील्ड में बड़ी तरक्की की है। मेटा का AI सिस्टम हालांकि अब तक यूजर्स को खास प्रभावित नहीं कर पाया, लेकिन अब कंपनी पूरी ताकत से मैदान में उतर चुकी है। इस बार खुद मेटा के CEO मार्क जुकरबर्ग (Mark Zuckerberg) ने मोर्चा संभाल लिया है। वह अब AI की दुनिया के बड़े-बड़े दिमागों से सीधे संपर्क कर रहे हैं और उन्हें मोटी तनख्वाह वाली नौकरियों का ऑफर दे रहे हैं।

जुकरबर्ग खुद कर रहे हैं टॉप AI टैलेंट से बात

आमतौर पर कंपनियों के CEO सीधे तौर पर भर्ती प्रक्रिया में शामिल नहीं होते लेकिन जुकरबर्ग ने इस नियम को तोड़ दिया है। अब वह खुद WhatsApp, ईमेल और अन्य माध्यमों से दुनिया के टॉप AI रिसर्चर्स और डेवलपर्स को मैसेज कर रहे हैं। कई रिसर्चर्स को तो यह यकीन ही नहीं हुआ कि उन्हें मार्क जुकरबर्ग ने खुद जॉब ऑफर भेजा है। शुरुआत में कुछ ने इसे फेक मैसेज समझा लेकिन फिर सच्चाई सामने आई कि मेटा अब वाकई में AI को लेकर बेहद गंभीर हो चुका है।

सुपरइंटेलिजेंस लैब के लिए बनाई जा रही है खास टीम

मेटा ने हाल ही में Superintelligence Lab की स्थापना की है। इस लैब का मकसद है भविष्य की सबसे शक्तिशाली AI टेक्नोलॉजी को विकसित करना। इसके लिए जुकरबर्ग केवल टॉप टैलेंट को ही शामिल करना चाहते हैं।रिपोर्ट्स की मानें तो उन्होंने OpenAI के को-फाउंडर्स जॉन शुलमैन और बिल पीबल्स जैसे दिग्गजों से भी संपर्क किया है। हालांकि इन टॉप रिसर्चर्स में से कुछ ने मेटा का ऑफर ठुकरा भी दिया है लेकिन फिर भी मेटा की कोशिशें लगातार जारी हैं।

पैसे की कोई कमी नहीं, ऑफर में करोड़ों की सैलरी

इस पूरी भर्ती मुहिम में सबसे दिलचस्प बात यह है कि मेटा टैलेंट को लुभाने के लिए पैसे की कोई सीमा नहीं रख रहा। रिपोर्ट्स बताती हैं कि कंपनी द्वारा दिए जा रहे ऑफर कई सौ करोड़ रुपये तक के हो सकते हैं। मेटा को पूरा भरोसा है कि अगर बेस्ट AI टैलेंट को साथ लाया गया तो कंपनी फिर से टेक्नोलॉजी की दुनिया में क्रांति ला सकती है।

नया लीडर लाएगा नई दिशा

मेटा ने हाल ही में Scale AI के CEO को अपनी Superintelligence Lab का नेतृत्व करने के लिए नियुक्त किया है। इससे यह साफ हो गया है कि मेटा अब AI के क्षेत्र में पूरी गंभीरता से उतर चुका है। यह कदम दिखाता है कि कंपनी अब पीछे हटने के मूड में नहीं है। मेटा की रणनीति अब है सिर्फ इनोवेशन और टॉप लेवल टेक्नोलॉजी डेवलपमेंट पर ध्यान केंद्रित करना।

AI में पिछड़ने के बाद मेटा ने संभाली कमान

OpenAI, Google DeepMind और Anthropic जैसी कंपनियों ने बीते वर्षों में AI के क्षेत्र में बड़ा नाम कमाया है। वहीं Meta का AI अब तक उतना प्रभावशाली साबित नहीं हुआ। यही वजह है कि मेटा अब इस रेस में तेजी से अपनी पकड़ मजबूत करना चाह रहा है। मार्क जुकरबर्ग का यह सीधा दखल मेटा के भविष्य की दिशा तय करेगा। अब देखना यह होगा कि उनकी यह रणनीति मेटा को AI में टॉप पर लाने में कितनी कारगर साबित होती है।

 

 


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Content Editor

Ashutosh Chaubey

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