दुनिया से नहीं टला परमाणु युद्द का खतरा, उत्तर कोरिया नहीं अब ये देश बनेगा वजह
punjabkesari.in Monday, May 07, 2018 - 02:49 PM (IST)
वॉशिंगटनः अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के किंग किम जोंग उन की संभावित मुलाकत की अटकलों के बीच बेशक परमाणु युद्ध का खतरा टलने के कयास हैं लेकिन बावजूद इसके दुनिया से इसका खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है। अमरीका से परमाणु डील को लेकर अब ईरान इसकी दूसरी कड़ी के रूप में तैयार हो रहा है। परमाणु डील को लेकर ट्रंप की उलटी गिनती शुरू हो रखी है। इसको लेकर ईरान बार-बार चेतावनी दे चुका है।
अमरीका की तरफ से ईरान को लेकर लगातार तीखी बयानबाजी हो रही है तो वहीं ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी ने भी साफ कर दिया है कि ट्रंप भले ही 12 मई को इस डील को लेकर कोई भी फैसला लें लेकिन जब देश की रक्षा की बात आएगी तो ईरान किसी से भी इसके लिए कोई समझौता नहीं करेगा। टीवी पर दिए अपने भाषण में उन्होंने अमरीका को संबोधित करते हुए साफ शब्दों में कह दिया कि यदि उन्हें लगता है कि यह डील एक ऐतिहासिक भूल थी तो उसको वे कूड़े में डाल दें।
रुहानी ने यह भी साफ कर दिया है कि वह अपनी सुरक्षा के लिए परमाणु हथियार बना सकते है, इसका किसी अन्य देश से कोई लेना-देना नहीं है। उनका यह बयान रूस के उस बयान को कहीं न कहीं सही करार दे रहा है जिसमें रूसी राष्ट्रपति ने अमरीका को आगाह करते हुए कहा था कि यदि अमेरिका परमाणु डील से पीछे हटा तो तीसरे विश्व युद्ध की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता है।
परमाणु डील टूटने के संकेत से कई देश बेचैन
परमाणु डील टूटने और इससे होने वाले नुकसान की आहट कई देशों में महसूस की जा रही है। जर्मनी समेत फ्रांस और ब्रिटेन भी इस डील से पीछे न हटने के लिए अमरीका से अपील कर चुके हैं। इसी सिलसिले में कुछ दिन पहले फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रान ने भी अमेरिका की यात्रा की थी। इसके अलावा कुछ दिन में ब्रिटेन के विदेश मंत्री भी अमरीका जाने वाले हैं। इससे पहले उन्होंने न्यूयार्क टाइम्स से कहा कि यह सही है कि इस डील में कुछ खामियां रही हैं, इसके बावजूद डील तोड़ने के अलावा हमारे पास दूसरे कई विकल्प हैं जिनसे हम इस बात से आश्वस्त हो सकते हैं कि ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं है या वह अपना परमाणु कार्यक्रम नहीं चला रहा है।