हसीना के बेटे का आरोपः बांग्लादेश में हिंदूओं ने दहशत में मनाया दुर्गा पूजा पर्व, यूनुस सरकार ने चरमपंथ को दिया बढ़ावा

punjabkesari.in Thursday, Oct 02, 2025 - 05:02 PM (IST)

International Desk: इस साल बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों ने दुर्गा पूजा डर और असुरक्षा के माहौल में मनाई। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के बेटे और पूर्व आईसीटी सलाहकार, साजिब वाजेद ने आरोप लगाया कि मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार ने चरमपंथ को बढ़ावा दिया है। इससे देश में धार्मिक उत्पीड़न फिर से बढ़ गया है और हिंदू समुदाय इस वर्ष पूजा के दौरान भय और असुरक्षा का सामना कर रहा है। वाजेद ने बताया कि इस साल कई मंदिरों पर हमले हुए, परिवारों को धमकाया गया और लोगों का स्वतंत्र रूप से पूजा करने का अधिकार खतरे में पड़ गया। उनका कहना है कि वही चरमपंथी अब फिर से सक्रिय हो गए हैं, जिन्होंने पहले बांग्लादेश की मुक्ति संग्राम की भावना का विरोध किया था।

 

साजिब वाजेद ने याद दिलाया कि अवामी लीग हमेशा अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करती रही है। पार्टी ने 1971 के युद्ध के बाद कई मंदिरों का पुनर्निर्माण किया, हिंदू, बौद्ध और ईसाई समुदायों को अपने धर्म का पालन करने की स्वतंत्रता दिलाई और सांप्रदायिक हिंसा को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए।उन्होंने यह भी कहा कि बांग्लादेश को हमेशा समानता और धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों पर चलाना चाहिए।

 

वाजेद ने आश्वासन दिया कि अवामी लीग सत्ता में लौटने पर सभी अल्पसंख्यक धर्म के अनुसार पूजा कर सकेंगे और बिना डर के जीवन जी सकेंगे। उन्होंने कहा, "आज जब हमारे हिंदू भाई-बहन मां दुर्गा के प्रति भक्ति प्रकट कर रहे हैं, हमें उनके चारों ओर फैले भय को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। लेकिन हमें विश्वास है कि यह अंधकार स्थायी नहीं रहेगा।"साजिब वाजेद ने यह भी चेताया कि धार्मिक चरमपंथ को रोकना केवल सरकार की जिम्मेदारी नहीं है। समाज के सभी वर्गों, माता-पिता, शिक्षकों और नागरिकों को सतर्क रहने और अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की आवश्यकता है।


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Content Writer

Tanuja

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