इज़रायली राष्ट्रपति का न्यूयार्क गवर्नर पर प्रहार: एंटी अमेरिकन हैं ममदानी, यहूदी विरोध को दे रहे बढ़ावा
punjabkesari.in Monday, Dec 08, 2025 - 05:03 PM (IST)
International Desk: इज़रायल के राष्ट्रपति आइज़ैक हर्ज़ोग ने न्यूयॉर्क सिटी के मेयर-इलेक्ट ज़ोहरान ममदानी के हालिया बयानों पर कड़ी नाराज़गी जताते हुए कहा कि उनके वक्तव्य “खतरनाक, भड़काऊ और यहूदी समुदाय के लिए हानिकारक” हैं। येशिवा यूनिवर्सिटी, न्यूयॉर्क में भाषण देते हुए हर्ज़ोग ने कहा कि ममदानी द्वारा यहूदियों के इज़रायल में बसने के अधिकार और पारंपरिक ज़ायोनिस्ट प्रथाओं पर सवाल उठाना न केवल यहूदी लोगों के हज़ारों साल पुराने मातृभूमि के अधिकार को ख़ारिज करता है, बल्कि यह “हिंसा को वैधता देता है और धार्मिक स्वतंत्रता को कमज़ोर करता है।” हर्ज़ोग ने कहा कि वैश्विक स्तर पर यहूदी-विरोध (Antisemitism) कई नए रूपों में तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि होलोकॉस्ट को झूठा बताने या उल्टा साबित करने की कोशिशें बढ़ रही हैं। यहूदियों के खिलाफ नई साजिश-सिद्धांत गढ़े जा रहे हैं। खुली गालियाँ भले कम हों, लेकिन “एंटी-ज़ायोनिज़्म” के नाम पर यहूदियों पर निशाना साधा जा रहा है।
Israeli president criticizes NYC mayor-elect Zohran Mamdani for alleged contempt of Israel at New York Hanukkah dinner pic.twitter.com/5CqPTOfpdc
— HatsOff (@HatsOffff) December 8, 2025
हर्ज़ोग ने कहा कि “जहाँ पहले अमेरिका में यहूदियों को ‘Yids’ कहा जाता था, आज उन्हें ‘Zios’ जैसे अपमानजनक शब्दों से पुकारा जा रहा है।”अपने भाषण में हर्ज़ोग ने दो सप्ताह पहले मैनहैटन के एक प्रमुख सिनेगॉग में हुए एक “अलियाह (इज़रायल जाने/बसने का धार्मिक अधिकार)” कार्यक्रम पर हमले का ज़िक्र किया। उन्होंने बताया कि एक उग्र विरोधी-इज़रायल भीड़ ने इस आयोजन को बाधित किया और यहूदी परिवारों को डराने की कोशिश की। हर्ज़ोग के अनुसार, “सबसे दुखद बात यह थी कि incoming mayor (ममदानी) ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जो यहूदी इज़रायल जाने पर विचार कर रहे हैं, वे अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन कर रहे हैं। यह अत्यंत शर्मनाक है।”उन्होंने कहा कि यह वक्तव्य यहूदी समुदाय को निशाना बनाता है और “नफ़रत की आग को और भड़काता है।” हर्ज़ोग ने कहा कि इज़रायल से जुड़ाव ‘वापसी’ की धार्मिक भावना और अलियाह यहूदी परंपरा के अत्यंत पवित्र हिस्से हैं।
उन्होंने कहा कि “इस अधिकार को चुनौती देना सीधे-सीधे हिंसा को बढ़ावा देता है और धार्मिक स्वतंत्रता को खतरे में डालता है।”अपने भाषण में हर्ज़ोग ने 7 अक्टूबर के हमास हमले को “इज़रायल के इतिहास का सबसे दर्दनाक पल” बताया। उन्होंने कहा कि हमास ने भयानक नरसंहार किया । 1500 से अधिक परिवारों में उन्होंने खुद व्यक्तिगत जाकर संवेदना जताई। बंधकों की वापसी लगभग पूरी हो चुकी है, सिर्फ एक पुलिस मास्टर सार्जेंट रान ग्विली अब भी कैद में हैं।उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड जे. ट्रंप की भी सराहना की कि उन्होंने बंधकों की वापसी में सहयोग दिया और युद्ध के बाद क्षेत्रीय शांति के लिए अपना रणनीतिक “पोस्ट-वार प्लान” प्रस्तुत किया। हर्ज़ोग ने अंत में यहूदी समुदाय से एकजुट रहने की अपील करते हुए कहा कि “हमारी क़ौम नरक से होकर वापस आई है। हमने मुश्किलों को हर बार मात दी है, और इस बार भी जीतेंगे। नफ़रत के सामने हम झुकेंगे नहीं।”
